चुनावी बिगुल में धीमी पड़ी शहनाई की धुन, वाहन वाले लगा रहे बारात पर ब्रेक
पटना में चुनाव के कारण शादियों की तारीख आगे बढ़ा दी जा रही हैं। शुभ मुहूर्त होने के बाद भी लोग चुनाव की बाद ही शादी को तरजीह दे रहे हैं।
पटना, जेएनएन। पटना में इस बार शादी के मौसम में चुनाव की सरगर्मी भारी पड़ रही है। अप्रैल माह से शुरू हो रही लग्न के बावजूद लोग इलेक्शन को देखते हुए शुभ दिन की तारीख को आगे बढ़ा रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी शादी इस्तेमाल होने वाले वाहनों को लेकर है। किराए पर मिलने वालीं अधिकतर गाडिय़ां चुनाव के लिए पहले से ही बुक हो गई हैं।
दरअसल 14 अप्रैल को खरमास समाप्त हो रहा है। इसके बाद शादी की शहनाइयां बजने लगती हैं लेकिन इस बार अप्रैल माह से लोकसभा चुनाव भी होने जा रहा है जो मई के अंतिम सप्ताह तक संपन्न होगा। चुनाव के कारण आम लोगों से लेकर पार्टी के कार्यकर्ता और नेता सभी चुनाव में व्यस्त रहेंगे। वहीं इस दौरान वाहनों और अन्य जरूरत की चीजों के लिए परेशानी उठानी पड़ सकती है।
चुनाव के बाद ही बजेगी शहनाई
ऐसे में लोग पंडितों से लोकसभा चुनाव के बाद का ही शुभ मुहूर्त दिखवा रहे हैं। वहीं जिनकी शादियां पहले से तय हो चुकी थीं वे भी चुनाव के दौरान होने वाली परेशानियों को देखते हुए इसे टाल रहे हैं। हालांकि जो पहले से ही सतर्क थे उन्होंने मई में तिथि निर्धारित कर रहे हैं। लेकिन जिन्हें इसका ध्यान नहीं था, उन्होंने वाहन, हलवाई और रिश्तेदारों ने समझा दिया है।
15 अप्रैल से लगातार शुभ मुहूर्त
पंडित सुधीर मिश्र कहते हैं कि 14 अप्रैल तक खरमास के कारण शादी विवाह का लग्न नहीं है। लेकिन, 15 अप्रैल से लगातार शादियों की तिथि है। चुनाव के कारण पटना के आसपास में शुरुआती लग्न में कम शादियां हैं। 20 अप्रैल के बाद ही कुछ शादियों की तिथि निर्धारित की जा रही है। मई प्रथम सप्ताह से इसमें गति आएगी। पटना के सुभाष सिंह ने बताया कि बेटे की शादी अप्रैल में करनी थी। लेकिन वाहन नहीं मिलने के कारण उन्होंने इसे मई में बढ़ा दिया। मनोहर कुमार शर्मा, सतीश सिन्हा, जनार्दन सिंह, संतोष पाठक आदि को भी इसकी तिथि बदलनी पड़ी।
मार्च-अप्रैल की बुकिंग नहीं ले रहे वाहन मालिक
शादी की तिथियों पर सबसे पहला ब्रेक वाहन वालों ने ही लगा दिया है। चुनाव की संभावना को लेकर वाहन मालिक एक महीने पूर्व से ही मार्च और अप्रैल की बुकिंग नहीं कर रहे हैं। अगर कोई वाहन बुक करना भी चाह रहा है तो उसे वाहन पकड़े जाने के बाद बुकिंग की कोई गारंटी नहीं दी जा रही है। वाहन मालिकों ने बताया कि 15 अप्रैल के बाद की बुकिंग के लिए एक महीने पूर्व से लोग आ रहे हैं। लेकिन, चुनाव तिथि के कारण वाहन बुक नहीं कर रहे हैं।
पहले से मई तक की बुकिंग
अब 18 अप्रैल की तिथि तय होने के बाद इसके बाद की तिथि पर बुक के लिए वाहन तैयार है। लेकिन, अब लोग ही इसके लिए नहीं आ रहे हैं। उनलोगों के पास मई की बुकिंग पहले से है। जिला में निश्चित रूप से चारपहिया वाहनों की संख्या बढ़ी है। इसके लिए बस के अलावा सभी प्रकार का बोलेरो, स्कार्पियो, ट्रैक्टर, ऑटो तक को जब्त करने का निर्णय लिया गया है। अप्रैल के पहले सप्ताह से वाहन जमा करने का काम शुरू हो जाएगा। वैसे अभी भी प्रशासन जरूरत के हिसाब से कुछ वाहनों को जब्त कर रहा है।