मसौढ़ी में डेढ़ लाख रुपये दहेज न मिलने पर विवाहिता और मासूम को जालकर मारा
राजधानी में दहेज के लिए हत्या करना आम बात होता जा रहा है। पटना में एक और दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां चंद रुपयों के लिए मां और मासूम बेटे को आग के हवाले कर दिया गया।
By Edited By: Published: Mon, 17 Jun 2019 01:48 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jun 2019 10:59 AM (IST)
पटना, जेएनएन। राजधानी में दहेज की मांग पूरी न होने पर हत्या करने का मामला आम होता जा रहा है। धनरुआ थाना के नदवा मुशहरी (पूर्वी) में शनिवार की देर रात ससुरालवालों ने 24 वर्षीया एक महिला को उसके डेढ़ साल के मासूम पुत्र के साथ जलाकर मार डाला। उन दोनों पर केरोसिन तेल उडे़लकर आग लगाई गई, जिससे मौके पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया। घटना को अंजाम देने के बाद पति समेत परिवार के अन्य सदस्य मौके से फरार हो गए। इस संबंध में मृतका सुनीता देवी के पिता विद्यानंद राम ने पति, सास, ससुर, जेठ व जेठानी के खिलाफ रविवार को धनरुआ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। वे नालंदा जिला के हरनौत थाना के नूरनगर के रहनेवाले हैं।
बताया जा रहा है कि दहेज के रूप में डेढ़ लाख रुपये मांगे गए थे। रकम नहीं मिलने पर घटना को अंजाम दिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक वि़द्यानंद राम ने अपनी पुत्री सुनीता देवी की शादी वर्ष 2016 में नदवा मुशहरी (पूर्वी) के रहनेवाले भगवान राम उर्फ चागुर राम के पुत्र चिकू राम उर्फ छोटिया राम के साथ की थी। आरोप है कि शादी के बाद ससुरालवाले सुनीता देवी से डेढ़ लाख रुपए की माग करने लगे। रकम नहीं देने पर उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा। हालांकि विद्यानंद ने अपने दामाद व उसके परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन वो लोग नहीं माने। इस दौरान सुनीता को एक पुत्र भी हुआ।
केरोसिन तेल छिड़क लगाई आग
सुनीता को लगातार परेशान किया जा रहा था। इसी बीच शनिवार की देर रात पति चिकू राम, सास, ससुर, जेठ संतोष राम व जेठानी ने सुनीता व उसके पुत्र अंकुश के शरीर पर केरोसिन उडे़ल आग लगा दी। इससे मौके पर ही मा-बेटे की मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित मौके से फरार हो गए। इधर, सुनीता के पिता विद्यानंद राम को इसकी सूचना उसी गाव के एक रिश्तेदार ने फोन से दी। रविवार की सुबह जब विद्यानंद सुनीता के घर पहुंचे तो उसे व उसके बेटे को मृत पाया। मौके से सभी आरोपित फरार थे। बाद में वहां पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। पुलिस ने आरोपितों में से एक भगवान राम उर्फ चागुर राम को गिरफ्तार कर लिया है। धनरुआ के प्रभारी थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि सभी पहलुओं से मामले की छानबीन की जा रही है।
बताया जा रहा है कि दहेज के रूप में डेढ़ लाख रुपये मांगे गए थे। रकम नहीं मिलने पर घटना को अंजाम दिया गया। मिली जानकारी के मुताबिक वि़द्यानंद राम ने अपनी पुत्री सुनीता देवी की शादी वर्ष 2016 में नदवा मुशहरी (पूर्वी) के रहनेवाले भगवान राम उर्फ चागुर राम के पुत्र चिकू राम उर्फ छोटिया राम के साथ की थी। आरोप है कि शादी के बाद ससुरालवाले सुनीता देवी से डेढ़ लाख रुपए की माग करने लगे। रकम नहीं देने पर उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाने लगा। हालांकि विद्यानंद ने अपने दामाद व उसके परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन वो लोग नहीं माने। इस दौरान सुनीता को एक पुत्र भी हुआ।
केरोसिन तेल छिड़क लगाई आग
सुनीता को लगातार परेशान किया जा रहा था। इसी बीच शनिवार की देर रात पति चिकू राम, सास, ससुर, जेठ संतोष राम व जेठानी ने सुनीता व उसके पुत्र अंकुश के शरीर पर केरोसिन उडे़ल आग लगा दी। इससे मौके पर ही मा-बेटे की मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित मौके से फरार हो गए। इधर, सुनीता के पिता विद्यानंद राम को इसकी सूचना उसी गाव के एक रिश्तेदार ने फोन से दी। रविवार की सुबह जब विद्यानंद सुनीता के घर पहुंचे तो उसे व उसके बेटे को मृत पाया। मौके से सभी आरोपित फरार थे। बाद में वहां पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। पुलिस ने आरोपितों में से एक भगवान राम उर्फ चागुर राम को गिरफ्तार कर लिया है। धनरुआ के प्रभारी थानाध्यक्ष सरोज कुमार ने बताया कि सभी पहलुओं से मामले की छानबीन की जा रही है।
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