बारिश से राजधानी के कई इलाके जलमग्न, घरों में घुसा पानी
तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण राजधानी की सूरत बिगड़ गई है।
पटना । तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण राजधानी की सूरत बिगड़ गई है। कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। घरों में पानी घुस गया है। गलियों में पानी के कारण स्कूल की गाड़िया मोहल्लों में नहीं जा रही हैं। दुर्घटना की आशंका के मद्देनजर सड़क से आगे नहीं बढ़ रहीं। ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों को बसों तक छोड़ने और छुट्टी के समय लाने में काफी दिक्कत हो रही है। यही नहीं राजधानी के कई इलाकों में मैनहोल खुले हैं। उसके ऊपर पानी भरा हुआ है। इससे वे दिख नहीं रहे हैं। इसमें गिरकर लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। कब, कौन, किस समय मैनहोल रूपी मौत के कुएं में गिरकर अपनी जान गंवा दे कहना मुश्किल है।
जिन इलाकों में जलजमाव की समस्या गंभीर है उनमें पूर्वी रामकृष्णानगर, रामलखन पथ मुख्य सड़क, मधुबन कॉलोनी, संजय नगर, तेजप्रताप नगर, इंदिरा नगर, पोस्टल पार्क, कुम्हरार, दीघा निराला नगर, मिथिला कालोनी, पोल्सन के पीछे वाली कॉलोनी, मीठापुर, मीठापुर बस स्टैंड, बेउर, सोरंगपुर, खेमनीचक, पटेल नगर, सब्जी बाग, न्यू मार्केट, पटना जंक्शन गोलंबर, गांधीमैदान के चारों तरफ के इलाके, राजवंशी नगर एसबीआइ वाली सड़क और इसके पीछे का पूरा इलाका, महेश नगर, इंद्रपुरी, आदर्श कॉलोनी, पाटलिपुत्र कालोनी स्थित रोड नंबर 11 और पोस्ट ऑफिस के बगल वाली सड़क, पीएनबी वाली सड़क, न्यू पाटलिपुत्र रोड नंबर 1 ई, पॉलीटेक्निक मोड़, पाटलिपुत्र हल्दीराम के सामने वाली सड़क, पीएंडएम मॉल के पास, पोस्टल पार्क, लंगर टोली, लोहानीपुर, करबिगहिया, कदमकुआं सब्जी मंडी, राजेंद्रनगर रोड नंबर-10 ई, राजेंद्रनगर कन्या मध्य विद्यालय वनिता विहार के सामने वाली सड़क, कदमकुआं लोहानीपुर पृथ्वी राजपथ, कदमकुआं रोड नंबर एक, ठाकुरबाड़ी रोड, भंवर पोखर सहित कई सड़कों और मुहल्ले बारिश की पानी से पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं। कहीं-कहीं तो तीन से साढ़े तीन फीट तक पानी जमा हो गया है। ऐसे में उस सड़क से गाड़ियां और पैदल जाना भी बंद हो गया है। सबसे बड़ी बात यह कि उन इलाकों में भी जलजमाव की स्थिति गंभीर हो गई है जहां नमामि गंगे योजना के तहत सीवरेज का निर्माण हुआ है। निर्माण की खामी की वजह से लोगों को यह दिन देखना पड़ रहा है। दरअसल सीवरेज बनाने वाली कंपनी ने मैनहोल को सड़क से ऊंचा कर दिया है। इससे पानी उसमें नहीं जा पा रहा है। नतीजतन सड़क पर ही बारिश का पानी जमा हो रहा है। इसके अलावा इस योजना के तहत सड़कों पर गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गये हैं। इससे लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। सड़क पर मिट्टी पड़े होने के कारण फिसलन की समस्या भी है। इस कारण लोग पैदल चलने में भी गिर जा रहे हैं। खासकर बेउर, ट्रांसपोर्ट नगर मुख्य सड़क, मौर्य विहार, भागवत नगर में नमामि गंगे योजना के तहत सीवरेज बिछाने के लिए गढ्डे कर छोड़ दिए गए हैं।
वहीं निगमकर्मी राहत और बचाव में लगे हुए हैं। इन इलाकों में पंपिंग सेट और सुपर सकर मशीन से बरसात का पानी निकाला जा रहा है। साथ ही नाले की साफ-सफाई भी की जा रही है। नाले के मुंह पर जमे कचरे को निकाला जा रहा है ताकि पानी का बहाव ठीक तरीके से हो। इसके लिए अंचल कार्यपालक अधिकारी, अभियंता, सिटी मैनेजर, सफाई इंस्पेक्टर अपने-अपने इलाके में भ्रमण कर कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं। वैसे बारिश ने निगम के उस दावे की पोल खोल कर रख दी है कि इस बार राजधानी में जलजमाव नहीं होगा। इस मुतल्लिक नगर निगम की जनसंपर्क अधिकारी हर्षिता ने कहा कि जलजमाव वाले इलाके में चौबीस घंटे काम चल रहा है। वाटर पंप और सुपर सकर मशीन से जलनिकासी की जा रही है। इसके लिए अतिरिक्त मशीन और मानव बल मुहैया करा दिया गया है। उन लोगों की प्राथमिकता है कि जिन इलाकों में जलजमाव की समस्या है वहां से जितनी जल्दी हो सके वहां से पानी को निकाला जाए। इसके लिए जरुरत पड़ने पर जेसीबी से कच्चे नाले भी खोदे जा रहे हैं।
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