अगवा करने का आरोपित कोर्ट की तारीख पर तारीख से हुआ बर्बाद, अपहृत करता मिला मजदूरी Patna News
जिस व्यक्ति की पत्नी ने चार साल पहले उसके अपहरण करने में चार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी वो पटना के मनेर में मजदूरी करते मिला।
पटना, जेएनएन। पौने चार साल पूर्व जिस युवक के अपहरण का मामला कटिहार के कोढ़ा में दर्ज कराया गया था वो मनरे में मजदूरी करते हुए मिला। खुद अपहरण करने के आरोपित ने ही उसे खोज निकाला और पुलिस को सूचना दी। मनेर में पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
पत्नी ने चार लोगों के खिलाफ दर्ज कराया था मामला
कटिहार जिला के कोढ़ा थाना अंतर्गत बीजी गांव निवासी संझा देवी ने 6 फरवरी 2016 को अपने पति श्रवण महतो के अपहरण का आरोप चचेरे देवर जितेन्द्र महतो, हीरा लाल महतो समेत चार लोगों पर लगाते हुए थाने में मामला दर्ज कराया था। संझा देवी का आरोप था कि अभियुक्तों को जमीन के लिए 50 हजार रुपये दिए थे। लेकिन उन लोगों ने जमीन भी नहीं लिखी और पति का अपहरण कर लिया।
खोजते हुए पहुंच गया मनेर
इधर पीड़ित पक्ष के जितेन्द्र ने अपहृत की लगातार खोज करते हुए बुधवार को मनेर पहुंचा। यहां श्रवण चार हजार रुपये में मोहल्ले में मजदूरी कर रहा था। श्रवण को देखते ही जितेन्द्र ने सूचना मनेर पुलिस को दे दी। जिसके बाद उसे पकड़ा गया।
अपरहण का केस होने से जिंदगी हो गई थी तबाह
जितेन्द्र ने बताया कि वे लोग पौने चार साल से परेशान हैं। अपहरण का केस होने पर बर्बाद हो गए। पटना उच्च न्यायालय से जमानत लेकर हम लोग लगातार इसकी खोज कर रहे थे। इधर मनेर पुलिस ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी कटिहार पुलिस की दे दी गई है। वहां की पुलिस के आने पर पूरे मामले का पर्दाफाश होगा। पुलिस भी श्रवण महतो से पूछताछ कर रही है कि वो इतने साल तक क्यों पटना में छिपा रहा। इसके साथ ही इस बात की भी तफ्तीश की जा रही है कि उसके मनेर में रहने की सूचना उसकी पत्नी को थी कि नहीं।