महात्मा गाधी सेतु के पश्चिमी लेन काटे जाने से हो रही परेशानी, जाम से त्राहिमाम
राष्ट्रीय राजमार्ग सख्या-19 से जुड़े महात्मा गाधी सेतु के पश््िचमी लेन काटे जाने से आए दिन वाहनों की कतार लग जा रही है। जिससे जाम जैसे हालात पैदा हो जाते है।
पटना [जेएनएन]। राष्ट्रीय राजमार्ग सख्या-19 से जुड़े महात्मा गाधी सेतु के साथ जाम का नाता बहुत पुराना है। सेतु के पश्चिमी लेन को काटे जाने के कारण पाच किलोमीटर लबे केवल पूर्वी लेन से वाहनों की आवाजाही हो रही है। इस मार्ग की सड़क भी जर्जर व खतरनाक हो गई है। हर दिन आधा दर्जन से अधिक वाहनों के इस लेन पर खराब होने का सिलसिला जारी है।
सुबह, दोपहर और शाम में कई वाहनों के खराब होकर इस ¨सगल लेन में रुक जाने से जाम लग गया। हाजीपुर एव पटना क्षेत्र में सैकड़ों वाहनों की कतार लग गई। जाम में फंसे वाहनों पर सवार यात्रियों को सेतु पार करने में दो से तीन घटे लगे। जाम में फंसी गाड़ियों के बीच कई एम्बुलेंस भी दोपहर में फंसी रही। मरीजों की तकलीफ बढ़ी रही। इनके परिजन परेशान होते रहे।
बाजार समिति में आग से यातायात बाधित
राजधानी पटना के बहादुरपुर थाना अंतर्गत मुसल्लहपुर कृषि बाजार समिति के लकड़ी गोदाम में करीब डेढ़ बजे आग लगने से अफरातफरी मच गई। फल की पै¨कग के लिए इस गोदाम में लकड़ी का डिब्बा तैयार किया जाता था। अवैध रूप से यहा लकड़ी का भडारण किया गया था। देखते ही देखते मडी का एक कोना आग के शोले में बदल गया। मडी के कारोबारियों में धुएं से भगदड़ मच गई। दमघोंटू माहौल हो गया। सभी अपना सामान समेटने लगे। सूचना पाकर घटना स्थल पहुंचे छह दमकल, दो मिक्स कम्पाउंड और करीब 20 टैंकर पानी से घंटों मशक्कत के बाद आग बुझ सकी। लकड़ी गोदाम में लगी आग की चपेट में आकर मुन्ना खान व जमील खान की दुकान भी जल गई। इसमें रखे सारे सामान राख हो गए। आग की मिलते ही मडी के कारोबारियों की भीड़ मौके पर जमा होने लगी। बगल में ही एफसीआइ का नवनिर्मित गोदाम भी है। मौके पर मौजूद पुलिस कर्मी ने बताया कि नागेंद्र नामक कारोबारी द्वारा मडी के गोदाम पर अवैध रूप से कब्जा कर लकड़ी का भडारण किया गया था। यहा फल के लिए लकड़ी का डिब्बा तैयार कर दूसरे राज्यों में भी ट्रक से भेजने का कारोबार होता है। पुलिस प्रशासन द्वारा भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। आग से जल कर मडी का एक बड़ा गोदाम पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। बगल के बोरा भडार वाले गोदाम में सामान बचाने की होड़ मची रही।