LOVE STORY : माशूका के लिए 'शोले स्टाइल' में 'वीरू' ने लगाई छलांग, जानिए....
"कूद जाऊंगा, फांद जाऊंगा, मर जाऊंगा, हट जाओ भाइयों, अब मैं रुकने वाला नहीं हूं, जान देकर रहूंगा।" ये डायलॉग भले ही 'शोले' फिल्म में धर्मेंद्र ने बोला था। ये डायलॉग रविवार की शाम पटना में गांधी सेतु से छलांग लगाने के लिए लटके 22 वर्षीय राहुल ने भी दुहराए।
पटना। "कूद जाऊंगा, फांद जाऊंगा, मर जाऊंगा, हट जाओ भाइयों, अब मैं रुकने वाला नहीं हूं, जान देकर रहूंगा।" ये डायलॉग भले ही 'शोले' फिल्म में धर्मेंद्र ने बोले थे, लेकिन रविवार की शाम 4:30 बजे गायघाट में गांधी सेतु से छलांग लगाने के लिए लटके 22 वर्षीय राहुल कुमार ने इन्हें उसी अंदाज में दुहराया तो नीचे भीड़ लग गई।
लोगों ने पूछा, "यह क्या कर रहे हो भाई?"
राहुल बोला, "वही कर रहा हूं भाइयों जो मंजनू ने लैला के लिए, रांझा ने हीर के लिए, रोमियो ने जूलियट के लिए किया था। मैं माशूका को पाने के लिए सेतु से कूदकर जान दे दूंगा।"
फिर लोगों ने पूछा, "अरे बात क्या है?"
इस पर राहुल बोला, "यह मत पूछो भाई। हाल-ए-दिल सुनकर तुम्हारी जान निकल जाएगी। पिछले छह साल से मेरी प्रेम कहानी चल रही है, लेकिन हमेशा इमोशन, ट्रेजडी और ड्रामा बनकर रह जा रही है।"
उसने आगे बताया कि गायघाट मोहल्ले की एक लड़की से उसका लगन होने वाला था, लेकिन उसके मां-बाप लड़की की शादी दूसरी जगह तय कर रहे हैं। बार-बार उसका भाई बीच में दीवार बन रहा है। उसे माशूका से मिलने नहीं दिया जाता है।
आगे राहुल ने कहा, "मोहब्बत की तड़प के कारण अब मैं इस दुनिया में नहीं रह सकता। गायघाट वालों तुमको मेरा आखिरी सलाम, गुड बॉय।"
नीचे खड़े लोगों ने रोका। कहा, "रुक जाओ भाई, जान मत दो। हम लोग पहल करेंगे।"
यह बात सुनकर राहुल ने कहा कि वह माशूका को सामने देखे बगैर रुकने वाला नहीं है। कहा, "मुझे मोहब्बत का नशा चढ़ा है।" जोरदार आवाज में कहा कि उसकी कोई नहीं है इस दुनिया में। न यार, न दोस्त। वह जान देकर रहूंगा।
यह कहते-कहते 20 मिनट के इमोशनल ड्रामा के बाद राहुल ने महात्मा गांधी सेतु से छलांग लगा दी। धड़ाम से जमीन पर गिरा और कराहने लगा। लोग तमाशबीन बने रहे। गायघाट पुलिस चौकी के कर्मियों ने उसे नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में भर्ती कराया।
राहुल की किस्मत अच्छी थी कि उसकी जान तो बच गई। लेकिन, दाहिना पैर टूट गया है। कमर की हड्डी भी टूटी है। राहुल खाजेकलां थाना क्षेत्र के घसियारी गली का निवासी है। वह एक निजी फर्म में नौकरी करता है। उसके युवक के पिता बलराम प्रसाद एनएमसीएच में कर्मी हैं।