Bhagalpur Mango Man: बिहार में फुटबॉल के आकार के गोल आम दिखाई दें तो चौंकिएगा मत, आ रहा है 'लॉकडाउन मैंगो'
अगर आपको बाजार में फुटबॉल के आकार के गोल आम दिखाई दें तो चौंकिएगा मत! एक या दो महीने में यह आम बाजार में दिख सकता है। लॉकडाउन के दौर में खबर में पढ़ें इस खास आम के बारे में।
भागलपुर, नवनीत मिश्र। अगर आपको बाजार में फुटबॉल के आकार के गोल आम दिखाई दें तो चौंकिएगा मत! एक या दो महीने में यह आम बाजार में दिख सकता है। इनके नाम लॉकडाउन, लॉकडाउन-1 से लेकर लॉकडाउन-4 तक दिए गए हैं। जर्दालू की बेहतरीन किस्म के आम उगाने वाले मैंगो मैन के नाम से प्रसिद्ध अशोक चौधरी ने सुल्तानगंज प्रखंड के तिलकपुर स्थित अपने बगीचे में आम की नई किस्म 'लॉकडाउनÓ तैयार की है।
इरविन और बीजू का है क्रॉस
अमेरिका की इरविन और बीजू को क्रॉस कर इसे तैयार किया गया है। इस वर्ष बगीचे में आम की 10 नई किस्में तैयार की गई हैं। अशोक बताते हैं कि लॉकडाउन के दौरान इस आम की फसल आई है, इस कारण इसका नाम लॉकडाउन रख दिया। वैसे भी पूरी दुनिया में चल रहा लॉकडाउन लोगों के जेहन में लंबे समय तक रहेगा। उन्होंने बताया कि पकने के बाद ही इसके स्वाद का पता चलेगा, लेकिन यह काफी खूबसूरत है।
तैयार की 100 से अधिक किस्में
किसान श्री से सम्मानित अशोक चौधरी अपने बगीचे में आम की 100 से अधिक किस्में तैयार कर चुके हैं। 2014 में मोदी-1 किस्म का आम उन्होंने तैयार किया। इसके बाद नवरात्र, भागलपुरी बंबई आदि किस्में बनाई। प्रधानमंत्री मोदी का दूसरा कार्यकाल शुरू होने के बाद उन्होंने मोदी 2 नामक किस्म का आम का पौधा तैयार किया। उनके बगीचे में 40 से अधिक रंगीन किस्मों के आम हैं। इन्हें अमेरिकी आम इरविन और सेक्सेशन को बीजू, आम्रपाली, मालदा व गुलाबखस से क्रॉस कर तैयार किया गया है।
मोदी 2 में गुलाबखस का स्वाद
अशोक चौधरी ने मालदा और हेमसागर को क्रॉस कर मोदी-1 आम तैयार किया। यह आम 15 जून तक पकने लगता है। आम्रपाली और इरविन को क्रॉस कर उन्होंने मोदी 2 आम तैयार किया है। इस आम का रंग और स्वाद गुलाबखस की तरह है। गुलाबखस जून के मध्य में समाप्त हो जाता है, लेकिन मोदी 2 जुलाई के अंत तक मिलेगा। यह आम एक से 15 जुलाई तक पक जाता है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को जाते हैं आम
अशोक का बगीचा मधुबन दस एकड़ में फैला हुआ है। इस बगीचे में 150 से अधिक किस्मों के आम हैं। इस बगीचे की शान जर्दालू है। यही कारण है कि इस बगीचे के आम हर वर्ष राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल व मुख्यमंत्री के अलावा केंद्र सरकार के मंत्रियों, बिहार सरकार के मंत्रियों, प्रशासनिक अधिकारियों साथ-साथ दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सौगात के रूप में भेजे जाते हैं। मैंगो मैन ने बताया कि इस बार भी आम की पैकिंग के लिए सरकार की ओर से भागलपुर में जगह दी गई थी। लॉकडाउन की वजह से सौगात के रूप में आम भेजना मुश्किल होगा।