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फिर सवालों से घिरा BSEB: बदलेगी इंटर टॉप-10 की सूची, सोनी बनी पटना टॉपर

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर टॉपर की सूची बदलने वाली है। सोनी कुमारी अब पटना की नई टॉपर होगी।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 14 Jun 2018 08:53 AM (IST)Updated: Thu, 14 Jun 2018 10:32 PM (IST)
फिर सवालों से घिरा BSEB: बदलेगी इंटर टॉप-10 की सूची, सोनी बनी पटना टॉपर
फिर सवालों से घिरा BSEB: बदलेगी इंटर टॉप-10 की सूची, सोनी बनी पटना टॉपर

पटना [जेएनएन]। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर की टॉप-10 विद्यार्थियों की मेधा सूची बदली जाएगी। बख्तियारपुर की छात्रा सोनी कुमारी अब पटना की नई टॉपर होगी। फिजिकल वेरिफिकेशन में शामिल नहीं होने के कारण सोनी का रिजल्ट बोर्ड ने रोक दिया था।

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वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद जब सोनी का रिजल्ट जारी किया गया तो वह पटना जिला में साइंस संकाय में सबसे अधिक नंबर प्राप्त करने वाली परीक्षार्थी बनी। उसे 500 में 413 अंक मिले हैं। इस अंक के साथ सोनी ओवरऑल टॉपर्स की लिस्ट में भी छठे स्थान पर पहुंच गई है। बोर्ड ने अभी तक रिजल्ट की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। बोर्ड अध्यक्ष ने रिजल्ट की गोपनीयता का हवाला देते हुए किसी भी तरह की जानकारी साझा करने से मना किया।

छह जून को जारी हुआ था रिजल्ट

इससे पहले छह जून को बोर्ड द्वारा जारी रिजल्ट में पटना मुस्लिम हाईस्कूल के मुस्तफा रजा को 411 अंक प्राप्त करने पर जिला टॉपर घोषित किया गया था। सोनी आरएलएसवाई कॉलेज, बख्तियापुर की छात्रा है। उसका रोल कोड 17005 और रोल नंबर 18010215 है। राज्य स्तर पर सोनी कुमारी मेधा सूची में छठे स्थान पर एसवाई हाईस्कूल, शिवहर के सौरभ प्रकाश के साथ है।

पांच जून को हुआ वेरिफिकेशन

सोनी कुमारी के पिता संजय कुमार ने बताया कि बोर्ड ने फिजिकल वेरिफिकेशन में शामिल होने के लिए एक जून को कार्यालय बुलाया था लेकिन अतिआवश्यक कार्य के कारण निर्धारित तिथि को सोनी वेरिफिकेशन में शामिल नहीं हो सकी थी। बोर्ड ने दोबारा पांच जून को वेरिफिकेशन के लिए बुलाया, जिसमें शामिल होने के बाद सब कुछ सही पाया गया। इसके बाद नौ जून को सोनी का रिजल्ट जारी कर दिया गया।

समान नाम के कारण विशेष सतर्कता

सोनी के पिता ने बताया कि नौबतपुर की एक छात्रा का नाम और माता-पिता का नाम सोनी के एडमिट कार्ड के समान था। इस आधार पर दोनों स्कूलों के प्राचार्यों से भी परीक्षार्थी के संबंध में जानकारी मांगी गई थी। संजय कुमार ने बताया कि वेरिफिकेशन के दौरान बोर्ड अधिकारियों ने पूरी पारदर्शिता बरती। आने-जाने का पूरा खर्च भी बोर्ड ने ही वहन किया। 

अभी कई और छात्रों का होना है वेरिफिकेशन

पिछले कुछ साल से टॉपर को लेकर होने वाली किरकिरी के बाद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने फिजिकल वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि टॉपर या जिन परीक्षार्थियों पर शक होगा उनका रिजल्ट वेरिफिकेशन के बाद ही जारी किया जाएगा। वेरिफिकेशन के लिए आने-जाने तथा अन्य सभी खर्च बोर्ड वहन करेगा।

बोर्ड सूत्रों की मानें तो अभी कई और परीक्षार्थी हैं जिनका रिजल्ट फिजिकल वेरिफिकेशन न होने के कारण रोका गया है। कुछ परीक्षार्थी सूचना देने के बाद भी फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए उपस्थिति नहीं हुए हैं। उनका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। उन्हें बोर्ड वेरिफिकेशन के लिए दोबारा मौका देगा।

प्रियांशु को नहीं मिला रिजल्ट

सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र प्रियांशु कुमार को अभी तक रिजल्ट नहीं मिला है। उसने बताया कि बुधवार की शाम तक बोर्ड ने वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड नहीं किया है। प्रियांशु कुमार के पिता अभय कुमार ने बताया कि वेरिफिकेशन के लिए एक जून को बोर्ड बुलाया गया था। सब कुछ अच्छा रहा, लेकिन रिजल्ट नहीं मिला है। कितने अंक आए, यह भी पता नहीं चला है।


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