जागरण सान्निध्य का हुआ आगाज, आठ सत्रों में साहित्यकारों को सुनने का मौका Patna News
पटना पुस्तक मेले में शुक्रवार को जागरण सान्निध्य का आगाज हो गया है। इसके तहत आठ सत्रों होंगे। जिसमें साहित्य के विभिन्न आयामों पर चर्चा होगी।
पटना, जेएनएन। अगर आपकी साहित्य में रुचि है, किताबों से प्यार है, कविताएं सुनना चाहते हैं, विमर्श में दिलचस्पी है, प्रिय लेखकों से मिलना चाहते हैं, तो पटना पुस्तक मेला आ जाएं। शुक्रवार को जागरण सान्निध्य का आगाज हो गया है। इसके तहत आठ सत्रों होंगे। पहले सत्र में दैनिक जागरण बेस्टसेलर का अनावरण किया जा चुका है। इसके बाद 'बिहार की कथा भूमि' पर पद्मश्री ऊषा किरण खान और ऋषीकेश सुलभ ने अपनी बात रखी। तीसरे सत्र में 'रचनात्मकता की नई स्लेट - फेसबुक' पर साहित्यकार अपने विचार रख रहे है।
साहित्य की बदलती दुनिया विमर्श
आयोजन के दौरान जिसमें साहित्य के विभिन्न आयामों पर चर्चा हो रही है। साहित्य के बदलती दुनिया पर विमर्श किया जा रहा है। दिग्गज लेखकों से बात-मुलाकात और नए लेखकों से रूबरू होने का मौका मिल रहा है।
'सान्निध्य के सभी सत्रों का विषय भी एकदम प्रासंगिक है। पहले सत्र में जागरण बेस्टसेलर की सूची जारी हो गई है। इसके अलावा पांच सत्रों में 'बिहार की कथा भूमि', 'रचनात्मकता की नई स्लेट - फेसबुक', 'लोक कथा में पर्यावरण', 'कविता और हमारा समाज' और 'बिहार, रचनात्मकता की नई पौध' विषय पर परिचर्चा होगी। इसमें दिग्गज साहित्यकार व पत्रकार शिरकत कर रहे हैं। इसके अलावा सातवां सत्र वार्तालाप का होगा। इसमें वरिष्ठ कवि लीलाधर जगूड़ी से भारतीय बसंत कुमार बातचीत करेंगे। आखिरी सत्र कविता पाठ का होगा।
पहला सत्र -
दोपहर 12.00-12.45 बजे
दैनिक जागरण बेस्टसेलर का
अनावरण और चर्चा
रामवचन राय, प्रेमलता मिश्र
दूसरा सत्र -
दोपहर 1.00 -1.45 बजे
बिहार की कथा भूमि
पद्मश्री उषा किरण खान, ऋषीकेश सुलभ
सूत्रधार : अवधेश प्रीत
तीसरा सत्र -
दोपहर 2.00 - 2.45 बजे
रचनात्मकता की नई स्लेट - फेसबुक
रत्नेश्वर, भावना शेखर, बालेंदु द्विवेदी
सूत्रधार - अनीश अंकुर
चौथा सत्र -
दोपहर 3.00 - 3.45 बजे
लोक कथा में पर्यावरण
प्रेम कुमार मणि, मेहता नागेंद्र सिंह, सविता सिंह नेपाली
सूत्रधार - गजेंद्र कांत शर्मा
पांचवा सत्र -
शाम 4.00 बजे से 4.45 बजे
कविता और हमारा समाज
गंगा प्रसाद विमल, शिवनारायण, शैलेश्वर सती प्रसाद
सूत्रधार - मनोज झा
छठा सत्र -
शाम 5.00 बजे से 5.45 बजे
बिहार, रचनात्मकता की नई पौध
नताशा, प्रत्युषचंद्र मिश्र, नरेंद्र
सूत्रधार - कुमार रजत
सातवां सत्र -
शाम 6.00 - 6.45 बजे
जागरण वार्तालाप
लीलाधर जगूड़ी
बातचीत - भारतीय बसंत कुमार
आठवां सत्र -
शाम 7.00 - 7.45 बजे
कविता पाठ
अनिल विभाकर, शिवदयाल, डॉ. विनय कुमार, प्रेम किरण, सत्येंद्र कुमार