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लालगंज की हिंसा ने बढ़ाई दिक्कत, उत्तर बिहार से पटना का सफर मुश्किल

राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 19 से जुड़े महात्मा गांधी सेतु पर जाम की समस्या और गहरा सकती है। एक लेन में चलने वाले वाहनों की संख्या दो पाये तक बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही वैशाली पुलिस जो पुल पर तैनात थी, उसे भी लालगंज भेज दिया गया है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2015 08:01 AM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2015 08:07 AM (IST)
लालगंज की हिंसा ने बढ़ाई दिक्कत, उत्तर बिहार से पटना का सफर मुश्किल

पटना। राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 19 से जुड़े महात्मा गांधी सेतु पर जाम की समस्या और गहरा सकती है। एक लेन में चलने वाले वाहनों की संख्या दो पाये तक बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही वैशाली पुलिस जो पुल पर तैनात थी, उसे भी लालगंज भेज दिया गया है। नतीजा, पिछले कई दिनों से जाम पुल और जाम होता जा रहा है।

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पिछले दिनों लालगंज में दो गुटों के बीच भीषण बवाल हुआ था, जिसमें बिहार पुलिस के उपनिरीक्षक सहित तीन की मौत हो गई थी।

सबसे पहले चुनावी ड्यूटी के लिए वैशाली क्षेत्र की ओर से सेतु पर तैनात पुलिसकर्मियों को हटा लिया गया। चुनावी ड्यूटी के बाद लौटे होमगार्ड के जवानों को अब हाजीपुर के लालगंज में हुई ङ्क्षहसक घटना वाले क्षेत्र में लगाया गया है। खास बात यह कि पाया संख्या 46 से 38 के बीच का वन-वे, दो पाया और बढ़ कर 36 तक पहुंच गया है। अब वन-वे की दूरी करीब एक किलोमीटर हो गई है।

जीरोमाइल से ही वाहनों की कतार

आलमगंज थाना अन्तर्गत सेतु के पाया संख्या 46 से पहले शनिवार को भी जीरो माइल से ही सैकड़ों वाहनों की कतार लगी रही। इस पाया से शुरू हुए वन-वे में हाजीपुर की ओर जाने वाले मालवाहक व सवारी वाहनों की दो कतार पाया संख्या 36 तक थी। करीब एक किलोमीटर की इस दूरी में जाम की स्थिति बनी रही।

वैशाली क्षेत्र में पडऩे वाले पाया संख्या 36 के वन-वे से दो कतार में निकले वाहन आगे जाकर जाम में फंस गए। इस क्षेत्र में सेतु पर एक भी पुलिस कर्मी नजर नहीं आया। गंगा थाना अध्यक्ष शाहनवाज ने बताया कि चुनाव के पहले से ही होमगार्ड के जवान यहां नहीं हैं, जो लौटे उन्हें लालगंज क्षेत्र में लगाया गया है।

जानकारी के अनुसार हाजीपुर क्षेत्र अन्तर्गत पाया संख्या एक, आठ, 16, 24 एवं 32 पर यातायात पुलिस पटना द्वारा एक-एक बीएमपी जवान तैनात किया गया है। एक जवान से दूसरे की दूरी अधिक होने के कारण वाहनों को नियंत्रित रख पाने में यातायात पुलिस की यह व्यवस्था नाकाम साबित हो रही है।

वाहनों के दबाव से हटा डायवर्जन प्लेट

एनएच डिवीजन के कार्यपालक अभियंता उतरानंद विश्वास ने बताया कि पाया संख्या 38 के डायवर्जन पर लगा लोहे का प्लेट वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण अपनी जगह से हट गया है।

इसे बेल्डिंग कर वहां फिक्स करने का काम चल रहा है। इसी कारण डायवर्जन को पाया 38 से बढ़ा कर पाया संख्या 36 कर दिया गया है। अब वाहन इसी कट से होकर आगे निकल रहे हैं। एक-दो दिनों में काम पूरा होने बाद फिर से पाया संख्या 38 के डायवर्जन को खोल दिया जाएगा।

ट्रैफिक एसपी बोले, सेतु पर तैनात है एक कंपनी पुलिस

ट्रैफिक एसपी पीके दास ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गांधी सेतु की ट्रैफिक व्यवस्था उनके जिम्मे है। डीएसपी तौहीद परवेज को सेतु की खास जवाबदेही सौंपी गई है।

एसपी ने बताया कि सेतु पर जीरो माइल से लेकर पाया संख्या एक तक बीएमपी की एक कंपनी यानी 50 से अधिक जवान को तैनात किया गया है। यह तीनों पाली में ड्यूटी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को मीटिंग से लौटने के क्रम में सेतु पर जाम मिला। इस दौरान सेतु पर यातायात नियम तोडऩे वाले वाहन चालकों को फाइन भी किया गया है।


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