जेल में मनीषा दयाल ने चूड़ा-गुड़ खाने से किया इनकार, दाल-चावल पर टूट पड़ी
आसरा गृह केस में जेल में बंद उस गृह की संचालिका मनीषा दयाल की रात मच्छरों के साथ गुजरी। खाने में गुड़-चना-चूड़ा मिला तो मना कर दिया और दाल-चावल मिलते ही उसपर टूट पड़ी।
By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 18 Aug 2018 06:01 PM (IST)Updated: Sat, 18 Aug 2018 10:21 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। आसरा गृह की संचालिका मनीषा दयाल को गुरुवार की देर रात 10.30 बजे के आसपास आदर्श केन्द्रीय कारा बेउर जेल में लाया गया। उसे बेउर जेल के महिला वार्ड में रखा गया। देर रात नियम के मुताबिक मनीषा को खाने में गुड़ और चूड़ा दिया गया। मनीषा ने चूड़ा-गुड़ खाने से इनकार कर दिया।
जेल में पहला दिन उसे जिस बैरक में रखा गया उसमें मच्छरों की भरमार थी। पूरी रात मनीषा मच्छरों के साथ जंग करती रही। पड़ोस में ही एक दूसरी महिला कैदी ने अपनी मच्छर मारने वाली अगरबत्ती जलाने को दी तब जाकर वह सो सकी।
शुक्रवार को सुबह-सुबह ही चाय व नाश्ते में गुड़-चना देकर उसे उठाया गया। परंतु मनीषा ने गुड़ चना लेने से इनकार कर दिया। थोड़ी देर बाद अन्य महिला कैदी वहां हालचाल जानने पहुंचीं। दोपहर में उसे चावल-दाल और लौकी की सब्जी परोसी गई। भूख से बेहाल मनीषा ने एक झटके में ही चावल-दाल और सब्जी खा ली।
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