सेहत के लिए मुफीद है ठंड का मौसम, पर जोड़ों के दर्द में बढ़ सकती है परेशानी
Health issues in Cold Weather जोड़ दर्द से परेशान हैं तो बरतें ये सावधानियां राजवंशी नगर हड्डी अस्पताल में हर दिन लग रही जोड़ दर्द से बेहाल लोगों की भीड़ ठंड बढ़ने के साथ कमर घुटने गर्दन दर्द के साथ उभरीं नसों की समस्या
पटना, जेएनएन। सेहत के लिए मुफीद माना जाने वाला ठंड का मौसम अपने साथ कई तरह के रोग भी लेकर आता है। इसके साथ ही फिर से उभरने लगता है दबा हुआ हर तरह का पुराना दर्द। इसमें जोड़ों, घुटने, गर्दन का दर्द से लेकर नसों तक की समस्याएं होती हैं। उम्र बढ़ने के साथ कमजोर हुई हड्डियां इन समस्याओं को और बढ़ा देती हैं। आजकल ऐसी न जाने कितनी समस्याओं से परेशान लोगों की राजवंशी नगर हड्डी हॉस्पिटल में मरीजों की भीड़ लग रही है। हर दिन तीन से चार सौ मरीज ओपीडी में परामर्श लेने आते हैं। हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. सुभाष चंद्रा ने बताया कि ठंड में कई बार जोड़ों का दर्द असहनीय हो जाता है। ऐसे में लोग कुछ एहतियात बरत कर और खानपान में परहेज कर काफी हद तक दर्द को नियंत्रित कर सकते हैं।
जोड़ सिकुड़ने से होता है दर्द
डॉ. सुभाष के अनुसार ठंड में शरीर को गर्म रखने की कोशिश में रक्त नलिकाएं सिकुड़ने लगती हैं। इसके दो प्रभाव होते हैं। एक ओर हृदय को सक्रिय और गर्म रखने के लिए वहां खून की मात्रा अधिक होने लगती है तो दूसरी ओर रक्तनलिकाओं के सिकुड़ने से जोड़ों समेत अन्य अंगों में खून की मात्रा जरूरत से बहुत कम पहुंचती है। इससे जोड़ भी सिकुड़ना शुरू हो जाते हैं, जिस कारण दर्द होता है। इसके अलावा जोड़ों को बांधकर रखने वाले लिगामेंट्स कमजोर और उनके लचीलेपन में कमी आने, जोड़ों में चिकनाई की कमी से उनके रगड़ने के कारण भी दर्द होता है। ऑर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस आदि से परेशान लोगों में इसकी समस्या ज्यादा होती है।
इनका ध्यान रखना जरूरी
- दर्द से बचने के लिए विटामिन डी, कैल्शियम युक्त पौष्टिक आहार लेने के साथ पानी और मौसमी फलों का सेवन करें।
- हर दिन आधे घंटे व्यायाम जरूर करें ताकि मांसपेशियां मजबूत रहें। मजबूत मांसपेशियां जोड़ों के दर्द से बचाती हैं।
- बोन डेंस्टिटी की जांच करते रहें, यदि धूम्रपान आदि करते हैं तो हड्डियां तेजी से कमजोर होती हैं।
- अरंडी के तेल से मालिश और हल्की सिंकाई से भी जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है और सूजन कम होती है।