Move to Jagran APP

खुशबू व मिहिर के बीच हर दिन होती थी 20 से अधिक बार बात, छह आरोपित भेजे गए जेल

जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को गोली मारने के मामले में छह को जेल भेज दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 02:00 AM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 02:00 AM (IST)
खुशबू व मिहिर के बीच हर दिन होती थी 20 से अधिक बार बात, छह आरोपित भेजे गए जेल

पटना । जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को गोली मारने के मामले में गिरफ्तार फिजियोथेरेपिस्ट राजीव सिंह, उसकी पत्नी खुशबू, पूर्व प्रेमी मिहिर सहित तीनों शूटरों को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया। वारदात में शामिल मिहिर के चचेरे भाई सूरज व उसके एक अन्य साथी विकास की तलाश में पुलिस सोनपुर और बेगूसराय में छापेमारी कर रही है।

loksabha election banner

---------

जिम ट्रेनर और खुशबू के बीच पिछले साल सितंबर से इस साल मई तक 1875 बार बातचीत हुई थी। जबकि इस साल मई से 15 सितंबर के बीच मिहिर से खुशबू ने हर दिन लगभग 20 से अधिक बार कॉल किया था। पुलिस की मानें तो खुशबू के लगातार फोन करने से जिम ट्रेनर भी परेशान हो गया था। जख्मी जिम ट्रेनर ने पुलिस को दिए बयान में सबसे पहले खुशबू का ही नाम लिया था।

इसके बाद पुलिस ने खुशबू और उसके पति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की और तब ठोस साक्ष्य नहीं मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस को खुशबू पर उसी दिन संदेह हो गया था, बस शूटर की तलाश बाकी थी। जैसे ही उसके पुराने साथी मिहिर का कनेक्शन पुलिस को मिला, पुलिस की एक टीम ने मिहिर के मोबाइल नंबर सहित अन्य जांच शुरू कर दी। शूटर की गिरफ्तारी के बाद मिहिर का नाम आया और फिर मिहिर ने इसके पीछे मास्टरमाइंड खुशबू को बताया। पुलिस को इसके सबूत मिल गए।

------------

: खुशबू के कई और थे दोस्त :

पुलिस ने खुशबू का एक मोबाइल जब्त कर लिया था। उसमें डिलीट वाट्सएप, मैसेंजर और इंस्टाग्राम चैटिंग को रिकवर किया गया। तब उसके मोबाइल में विक्रम से दूरी बनाने के बाद सबसे अधिक चैटिंग और बातचीत मिहिर के नंबर पर हुई थी। इसके अलावा भी उसके एक दर्जन से अधिक दोस्त थे। हालांकि उनसे बहुत कम बातचीत थी।

: चेहरे पर नहीं था जेल जाने का डर :

पुलिस सूत्रों की मानें तो बुधवार की देर रात पुलिस खुशबू के घर पहुंची। खुशबू और उसके पति को थाने चलने को कहा। तब उसे लगा कि बस पुलिस पूछताछ के लिए ले जा रही है। पुलिस ने उससे आधी रात में मिहिर के बारे में पूछताछ की। ऐसे कई साक्ष्य दिखाए जिससे स्पष्ट हो रहा था कि जिम ट्रेनर पर फायरिग में खुशबू का ही हाथ है। बावजूद उसके चेहरे पर शिकन नहीं थी। यहां तक कि शुक्रवार को जब उसे जेल भेजा गया तब भी वह परेशान नहीं दिखी।

-------------

: मिहिर के जरिए शूटरों तक नहीं पहुंचा था पूरा पैसा :

वारदात के बार शूटर इंटरनेट मीडिया के जरिए हर पल की जानकारी रख रहे थे। फायरिग के बाद तीनों शूटर भागवतनगर स्थित किराये के कमरे पर गए थे। जब उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि पुलिस फुटेज के जरिए भागवतनगर पहुंच गई है, तो रात होने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन, उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। सूत्रों की मानें तो शूटर को एडवांस में जितने रुपये मिलने थे, उतने नहीं मिले। मिहिर, सूरज और दीपक के बीच ही पैसा रह गया था। इस वजह से शूटर भी बहाना बनाने लगे। बाद में मिहिर पर जब खुशबू ने दबाव बनाया तो उसने सूरज से संपर्क कर उसपर दबाव बनाया। इसके बाद शूटरों ने वारदात को अंजाम दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.