बिहार के अस्पतालों में मरीजों को पौष्टिक भोजन मुहैया करांएगी जीविका दीदियां, दिया जाएगा प्रशिक्षण
बिहार के अस्पतालों में जीविका दीदी बनाकर परोस रहीं खाना अब सरकार सिखाएगी दीदी की रसोई चलाने का हुनर छह से दस दीदियां मिलकर चला रही दीदी की रसोई पेशेवर संस्था से प्रशिक्षण दिलवाने की चल रही तैयारी
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Government News: बिहार की महिलाएं अब ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति (जीविका) से जुड़कर 'दीदी की रसोई' की जरिए नई इबारत लिखेंगी। सरकार मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, जिला अस्पतालों और अनुमंडलीय अस्पतालों में रसोई चलाने के लिए जीविका दीदियों को बाकायदा प्रशिक्षण देंगी।
छह से आठ महिलाएं मिलकर अस्पतालों में चला सकेंगी रसोई
अस्पतालों में रसोई चलाने के लिए कोई भी इच्छुक महिला महज छह से आठ महिलाओं का समूह बनाकर रसोई चला सकती हैं। सरकार ने दस अस्पतालों में दीदी रसोई की अनूठी पहल के आधार पर सभी अस्पतालों में यह काम जीविका दीदियों को देने का निर्णय किया है। ग्रामीण विकास विभाग ने पहल को अमलीजामा पहनाने की कवायद में जुट गया है।
पूर्णिया में 18 जीविका दीदियां मिलकर चला रहीं किचन
वर्तमान में प्रतिदिन सर्वाधिक 350 औसत रोगियों की संख्या वाले पूर्णिया सदर अस्पताल में 18 जीविका दीदियां मिलकर रसोई की जिम्मेदारी मुकम्मल निभा रही हैं। इसी तरह नौ और अस्पतालों के अनुभव के आधार पर सरकार ने नवाचार का निर्णय किया है।
कहां-कहां संचालित है दीदी रसोई
वैशाली सदर अस्पताल, बक्सर सदर अस्पताल, शेखपुरा सदर अस्पताल, गया सदर अस्पताल, शिवहर सदर अस्पताल, सहरसा सदर अस्पताल, शेरघाटी अनुमंडल अस्तपाल, आरबीआइ कैंटीन और डीएमआइ, पटना के छात्रावास में जीविका की दीदियां रसोई चला रहीं हैं।
पेशेवर प्रशिक्षण के लिए 'कुटुबंश्री' से करार
सरकार ने दीदी रसोई के पेशेवर प्रशिक्षण के लिए 'कुटुम्बश्री' करार किया है। कुटुम्बश्री दीदियों को अनेक प्रशिक्षण मॉड्यूल जैसे ग्राहकों के साथ संवाद, स्वच्छता और रखरखाव, संकट प्रबंधन, कच्चे माल की खरीद की तकनीक, मेनू योजना, लेखा और पुस्तक संधारण, लागत और कई अन्य प्रासंगिक विषयों पर कौशल प्रशिक्षण देती है। एक बैच में 35 दीदियों के प्रशिक्षण का इंतजाम है। बता दें कि पूर्णिया सदर अस्पताल में 18 दीदियां अब तक मरीजों को दस लाख थाली परोस चुकी हैं। दीदी रसोई के जरिए तीनों वक्त नास्ता, दोपहर को भोजन और रात की रसोई मरीजों को देती हैं।