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चिराग पासवान के अंदाज से जदयू खफा, कहा- नीतीश सरकार के कामकाज पर सार्वजनिक टिप्‍पणी ठीक नहीं

लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की टिप्पणियां और अंदाज अब एनडीए के प्रमुख साथी दलों का दिल जलाने लगा है। चिराग के इस अंदाज पर शनिवार को जदयू ने कड़ा पलटवार कर दिया।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 09:41 PM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 12:42 AM (IST)
चिराग पासवान के अंदाज से जदयू खफा, कहा- नीतीश सरकार के कामकाज पर सार्वजनिक टिप्‍पणी ठीक नहीं
चिराग पासवान के अंदाज से जदयू खफा, कहा- नीतीश सरकार के कामकाज पर सार्वजनिक टिप्‍पणी ठीक नहीं

पटना, राज्य ब्यूरो। लोजपा (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) की टिप्पणियां और अंदाज अब एनडीए के प्रमुख साथी दलों का दिल जलाने लगा है। बात निकली है तो जदयू ने चिराग को समझाया है कि उचित मंच पर अपनी बात कहें। नीतीश सरकार (Nitish Government) के कामकाज पर ऐसी सार्वजनिक टिप्पणी विपक्षी दलों को मौका देगी। 

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चुनावी साल में चिराग पासवान 'बिहार फर्स्ट- बिहारी फर्स्ट' यात्रा (Bihar First Bihari First Yatra) पर हैैं। यात्रा शुरू करते ही उन्होंने भाजपा नेताओं के 'बड़बोलेपन' पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि इसी वजह से दिल्ली में एनडीए (NDA) की हार हो गई। चिराग ने केंद्रीय मंत्री व भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह को निशाने पर ले लिया था।

इसके बाद चिराग की यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ती गई, उन्होंने एनडीए के दूसरे बड़े सहयोगी जदयू को नाराज करने वाला बयान देना शुरू कर दिया। दो दिन पहले उन्होंने कहा कि बिहार में विधि-व्यवस्था की स्थिति में और अधिक सुधार की जरूरत है। उतना काम नहीं हो पाया इस दिशा में। शनिवार को नियोजित शिक्षकों के साथ खड़े होकर यह कह दिया कि वह समान काम, समान वेतन को अपने विजन डाक्यूमेंट में शामिल करेंगे। यहां तक कि उन्‍होंने बिहार की सड़कों को लेकर भी सवाल उठा दिया। चिराग के इस अंदाज पर शनिवार को जदयू ने कड़ा पलटवार कर दिया।

जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि  बिहार में विधि-व्यवस्था की स्थिति में जो सुधार किया है उसका एहसास उन्हीं लोगों को हो सकता है, जिन्होंने इस सरकार के पहले राजद नेतृत्व वाली सरकार के विधि-व्यवस्था की स्थिति को भोगा है। वह युग क्या था, यह सभी जानते हैैं। कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त थी। इसलिए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर इस तरह की टिप्पणी से परहेज करना चाहिए। 

त्यागी ने कहा कि कोई एनडीए का नेता इस तरह से बात करता है, तो यह ठीक नहीं है। ऐसा वक्तव्य विरोधियों को अवसर प्रदान करता है। अगर लोजपा नेता को किसी तरह की शिकायत है तो मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात कहनी चाहिए। जदयू के विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने चिराग पासवान के वक्तव्य पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर बिहार में विधि व्यवस्था की स्थिति खराब है तो फिर चिराग अपनी यात्रा कैसे कर रहे यहां?


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