जदयू का लालू से बड़ा सवाल, पूछा- बताएं इतनी संपत्ति कहां से लाए?
जदयू नेता नीरज कुमार ने लालू यादव से सीधे तौर पर पूछा है कि आपने इतनी संपत्ति कहां से लाई? इसका अब जवाब दीजिए। जदयू का यह सवाल महागठबंधन में उपज रही संभावनाओं को तूल मिल गया है।
पटना [जेएनएन]। जदयू अब राजद अध्यक्ष लालू यादव को लेकर सीधे हमलावर हो गया है। आज जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने बड़ा बयान दिया है और लालू से सीधे तौर पर पूछा है कि लालू बताएं कि उनके पास इतनी संपत्ति कहां से आई। उन्होंने कहा कि लालू को अपनी संपत्ति घोषित करनी चाहिए।
जदयू ने राजद प्रमुख से उनकी अकूत संपत्ति का ब्यौरा और स्रोत की जानकारी मांगी है। नीरज कुमार ने कहा है कि लालू यादव परिवार की अकूत संपत्ति का श्रोत क्या है. इसका वो खुलासा करें। उन्होंने कहा, आरजेडी संपत्ति का खुलासा करके बीजेपी के आरोपों का मुंहतोड़ जवाब दे।
उन्होंने कहा कि हम नैतिक बल के बब्बर शेर हैं और करप्शन से समझौता कभी नहीं कर सकते हैं। कोई भाषाई उन्माद फैलाकर हमारी नैतिक बल को चुनौती ना दें, इसे हम बर्दाश्त नही करेंगे।
वहीं, जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने भी कहा कि पार्टी को सत्ता का मोह नहीं है। जेडीयू कभी भी सत्ता के लिए शासन में नहीं रहा है। अजय आलोक ने साफ कहा कि हमारा स्टैंड साफ है। राजद को 80 विधायकों को लेकर मुगालते में नहीं रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सभी 178 विधायक महागठबंधन के हैं और को 2010 को याद कर लेना चाहिए, ये याद रखना चाहिए कि उस वक्त अकेले उनकी क्या स्थिति थी? राजद ध्यान न भटकाए सिर्फ जवाब दे।
राजद की ओर से लगातार जुबानी हमले किए जाने के बाद अब जदयू नेताओं ने भी तल्ख बयान देना शुरू कर दिया है। एेसे में जदयू की ओर से इस बड़े बयान के आने के बाद महागठबंधन के बीच चल रहे जुूबानी युद्ध सबके सामने है। एेसे में किसी बड़े संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
एक तरफ लालू आज रांची में चारा घोटाला मामले में कोर्ट में पेश हुए हैं तो वहीं एेेसे में बिहार में राजद पर जदयू की एेसी तल्खी देखी जा रही है। जुबानी तीर अब राजद की ओर से ही नहीं जदयू की ओर से भी चलने शुरू हो गए हैं।
वहीं, इसका जवाब देते हुए राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि लालू ने पहले ही अपनी संपत्ति घोषित कर दी थी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के नेता अनावश्यक बयानबाजी से बचें। उन्हें ये समझना चाहिए कि ये सब बीजेपी की चाल है। उनकी इस चाल को कामयाब नहीं होने देना है।