Article 370 पर JDU का बड़ा बयान: कानून बन गया, अब छाती पीटने का कोई मतलब नहीं
जेडीयू के विधान परिषद सदस्य गुलाम रसूल बलियावी और पूर्व सांसद डा. मोनाजिर हसन सहित कुछ नेता अनुच्छेद 370 की समाप्ति का विरोध कर रहे हैं। इसपर पार्टी ने उन्हें नसीहत दी है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय महासचिव और संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह ने साफ कर दिया है कि अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद अब इसका विरोध करने का कोई मतलब नहीं है। जब बहुमत से निर्णय हो गया है, तो इसके खिलाफ छाती पीटना उचित नहीं है। जेडीयू के कुछ नेता अभी भी अनुच्छेद 370 की समाप्ति का विरोध कर रहे हैं। आरसीपी ने उन्हें नसीहत देते हुए कहा कि इस मुददे पर पार्टी का स्टैंड साफ है। जिन्हें पार्टी में मन नहीं लगता है, वे कहीं और चले जाएं। पार्टी में इसे लेकर कोई मतभेद नहीं है।
मालूम हो कि जेडीयू के विधान परिषद सदस्य गुलाम रसूल बलियावी और पूर्व सांसद डा मोनाजिर हसन सहित कुछ नेता आज भी अनुच्छेद 370 की समाप्ति का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
जेडीयू ने किया प्रस्ताव का विरोध
आरसीपी सिंह ने कहा कि जेडीयू ने संसद के दोनों सदनों में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के केंद्र सरकार के प्रस्ताव का विरोध किया। विरोध करने का तरीका है। पक्ष-विपक्ष में मतदान करने के अलावा मतदान में हिस्सा न लेना भी संसदीय कार्यप्रणाली का हिस्सा है। पार्टी ने मतदान के पक्ष-विपक्ष में हिस्सा न लेकर इसका विरोध किया। आरसीपी सिंह ने कहा कि प्रस्ताव के विरोध में मतदान कर वे कांग्रेस के साथ खड़े हो जाते।
अब बहुमत का करना चाहिए सम्मान
आरसीपी सिंह ने कहा कि संसद ने बहुमत के आधार पर अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया है। अब यह अस्तित्व में नहीं है। हम सबको बहुमत का सम्मान करना चाहिए। अब इसके नाम पर छाती पीटने का कोई मतलब नहीं है।
विवादास्पद मुद्दों पर हमारा विरोध जारी रहेगा :
विवादास्पद मुददों पर जारी रहेगा विरोध
आरसीपी सिंह ने कहा कि विवादास्पद मुददों पर जेडीयू का विरोध जारी रहेगा। अयोध्या के सवाल पर कहा कि मामला अदालत में चल रहा है। सबको फैसले का इंतजार करना चाहिए।
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