Bihar Assembly Election 2020: बिहार में जनता को सोशल मीडिया से जोडऩे में जुटा JDU, तीन मंत्रियों को मिला टास्क
कोरोना काल और सामने चुनाव। फीजिकल व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य हो गया है। ऐसे में सोशल मीडिया पर अपने तीन टेक्नोसेवी मंत्रियों को जदयू ने टास्क दिया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। कोरोना काल और सामने चुनाव। जदयू ने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म का इस्तेमाल बूथ स्तर तक तेज गति से किए जाने की अपनी योजना को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं 28 बैठकें अपनी पार्टी के लोगों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की हैं। यही नहीं, एक रविवार को पार्टी के सभी विधायकों ने अपने इलाके के लोगों को फेसबुक लाइव से जोड़ा।
जदयू ने अपने संगठन से अलग तीन टेक्नोसेवी मंत्रियों को इस काम में लगाया है। इन तीनों मंत्रियों को प्रमंडलवार जिम्मेवारी दी गयी है। तीन-तीन प्रमंडल का जिम्मा है तीनों के पास। इन तीनों मंत्रियों को यह देखना है कि पार्टी को जिलों में देख रहे लोगों को किस तरह सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म से जोड़ा जाए। इसमें सभी माध्यम जैसे फेसबुक, जूम मीटिंग और वाट्सएप ग्रुप बनाए जाने के काम पर अधिक ध्यान देना है।
विधानसभा चुनाव 2020 को केंद्र में रख चल रही इस कवायद के तहत विधानसभा प्रभारी व जिलाध्यक्षों पर खास नजर है। जिन विधानसभा प्रभारियों का अब तक फेसबुक अकाउंट नहीं है, उनके अकाउंंट खोले जा रहे हैैं। जिलाध्यक्षों को भी जोड़ा जा रहा है। नीचे के स्तर पर जितने भी पार्टी के कार्यकर्ता हैैं, उन्हें इन प्रभारियों के फेसबुक अकाउंट से जोड़कर नियमित रूप से फेसबुक लाइव कार्यक्रम चलाए जाने की योजना है।
इसी तरह, जिलों में जूम एप पर पार्टी के स्थानीय लोगों को बैठक करानी है। मुख्यालय के स्तर पर इसकी नियमित फीडबैक भी ली जानी है। जूम पर मुख्यालय के स्तर पर होने वाली बैठकों का सिलसिला बढ़ाए जाने की योजना है।
गौरतलब है कि जदयू ही नहीं, सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म् पर तमाम राजनीतिक पार्टियां अब आने लगी हैं। पिछले माह रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कई दफा फेसबुक लाइव कर अपने कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को निर्देश दिए। नीतीश सरकार पर हमला बोली। आगामी नौ जून को गृहमंत्र अमित शाह बिहार में वर्चुअल रैली करने वाले हैं। इसकी भी तैयारी चल रही है।