बिहार में जदयू के बूथ स्तरीय पदाधिकारियों का भी होगा अपना वर्चुअल संवाद तंत्र, बनेगा वाट्सएेप ग्रुप
कोरोना प्रोटोकॉल ने विधानसभा चुनाव की तैयारी को पूरी तरह से डिजिटल मोड में ला दिया है। वर्चुअल संवाद के इस्तेमाल की जदयू ने भी तैयारी की है। अपना तंत्र बना रहा है। जानें।
पटना, राज्य ब्यूरो। कोरोना प्रोटोकॉल ने विधानसभा चुनाव की तैयारी को पूरी तरह से डिजिटल मोड में ला दिया है। इस क्रम में प्राय: सभी राजनीतिक दलों ने वर्चुअल संवाद के इस्तेमाल की तैयारी कर रखी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले चार दिनों से लगातार जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की हैसियत से पार्टी के बूथ स्तर के पदाधिकारियों के साथ संवाद कर रहे हैैं। बुधवार को भी कई जिलों के नेताओं से संपर्क साधा। वहीं जदयू वर्चुअल संवाद के तंत्र को बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों के लिए इस तरह तैयार कर रहा कि वे स्थानीय स्तर पर सक्रिय लोगों से नियमित संवाद कर सकें ।
मुख्यमंत्री के वर्चुअल संवाद में बूथ स्तर के जदयू पदाधिकारियों को यह संदेश दे दिया गया है कि कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से अब पहले की तरह चुनावी रैली संभव नहीं है, इसलिए पार्टी के नीचे स्तर तक के पदाधिकारियों को हर हाल में डिजिटल मोड में आकर अपनी सक्रियता बढ़ानी होगी। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा सकता है।
जदयू की तय योजना के अनुसार बूथ स्तर के पदाधिकारी अब नियमित रूप से अपने इलाके के सक्रिय कार्यकर्ताओं से जूम एप पर चुनाव की तैयारियों पर बात करेंगे। जूम पर हुए विमर्श के संबंध में विधानसभा प्रभारी को बूथस्तर के पदाधिकारियों से लगातार वर्चुअल संवाद के माध्यम से फीडबैक लेना है। अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप भी बनाए जा रहे। पार्टी से जुड़े संवाद का यह एक बड़ा माध्यम होगा। इस पर पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं और उनसे जुड़े लोगों को लाने की कवायद है।
पर्चा और पोस्टर लगाने की जगह अब जिला और विधानसभावार विकास से जुड़ी जिन योजनाओं का काम हुआ है। उसके छोटे-छोटे वीडियो क्लिप बनाकर स्थानीय लोगों को भेजा जाएगा। इस पर किस तरह के कमेंट आते हैं, इस पर भी नजर रखने को कहा गया है। सभी पदाधिकारियों के फेसबुक पेज भी बनाए जा रहे हैं।