Jam on Mahatma Gandhi Setu: गांधी सेतु का रास्ता भूल जाएं तो बेहतर, लगा है भीषण जाम
छोटी गाड़ियों से हाजीपुर आने जाने के लिए पीपा पुल ही बेहतर गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर कई गाड़ियां खराब होने से समस्या गहराई एनएच 30 पर भी लगी रही हजारों वाहनों की कतार इन रास्तों में जाने का इरादा टाल दें तो बेहतर
पटना सिटी, जेएनएन। उत्तर बिहार की ओर जाने के लिए गांधी सेतु के रास्ते को फिलहाल भूल जाने में ही समझदारी है। इस मार्ग से महज पांच किलोमीटर लंबे पुल को पार करने में दो से तीन घंटे का समय लग रहा है। पूर्वी लेन बंद होने के बाद नवनिर्मित पश्चिमी लेन से ही वाहनों की आवाजाही होने के कारण हर दिन भीषण जाम लग रहा है। बुधवार की सुबह से ही इस लेन पर हजारों गाड़ियों की कतार दोपहर तक लगी रही।
बीच पुल पर खराब होने वाले वाहन बढ़ा रहे परेशानी
प्राप्त जानकारी के अनुसार पाया संख्या 17, 42 और अन्य पायों के समीप वाहनों के खराब होकर रुक जाने से जाम की समस्या भीषण बनी हुई है। हाजीपुर के पाया संख्या एक और पटना के पाया संख्या 46 पर आने जाने वाले वाहनों को रोक कर बारी बारी से परिचालन कराया जा रहा है। इस कारण कतार में वाहनों को दो घंटा से अधिक समय तक खड़ा रहना पड़ रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 के आवागमन पर भी पड़ा असर
गांधी सेतु पर जाम का असर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 पर भी पड़ा। पटना और फतुहा की ओर से चलकर आने वाले वाहनों की कतार लगी रही। इसके असर से पटना-मसौढ़ी रोड में भी वाहनों की लंबी कतार लगी है। पटना की ओर से चलकर गांधी सेतु के रास्ते उत्तर बिहार जाने वाले यात्री वाहनों की कतार लगी रही। सेतु पर तैनात पुलिस कर्मी छोटे वाहनों को पीपा पुल के रास्ते जाने के लिए भेजते रहे। उनका कहना था कि छोटे वाहनों से हाजीपुर जाने के लिए पीपा पुल ही सुरक्षित और सुलभ मार्ग है।
इन कारणों से हर दिन लग रहा जाम
गांधी सेतु के पूर्वी लेन पर वाहनों का परिचालन बंद होने के साथ ही जाम की समस्या गहराने लगी। पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी की तैनाती के बावजूद वाहनों का ओवरटेक जारी है। इससे जाम गहरा रहा है। साथ ही पश्चिमी लेन पर किसी वाहन के खराब हो जाने पर उसे क्रेन से निकालना संभव नहीं हो पा रहा है। किसी तरीके से इस वाहन को किनारे करने के बाद परिचालन कराया जाता है। गांधी सेतु पर लोडेड एवं खाली ट्रकों के अत्यधिक परिचालन को जाम की बड़ी वजह बताया जा रहा है।
सेतु पर फुटपाथ नहीं होने से पैदल चलना खतरनाक
सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन पर फुटपाथ का निर्माण नहीं हुआ है। जाम में फंसे वाहनों से उतरकर पैदल जाने वाले यात्री तथा हर दिन पैदल आवाजाही करने वाले लोगों के लिए पुल पार करना खतरनाक हो गया है। इन्हें आते जाते वाहनों से बचना पड़ता है। वाहनों को भी सावधानी से चलाने के कारण गति धीमी होने से जाम लग रहा है। साथ ही मोटरसाइकिल समेत दो पहिया वाहनों का परिचालन भी सेतु के रास्ते जारी है। इनके ओवरटेक करने से जाम गहराता है।