पटना, राज्य ब्यूरो। जदयू के विधान पार्षद राधा चरण साह के आरा-पटना से लेकर दिल्ली तक के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को एक साथ छापा मारा। भोजपुर में छापेमारी के क्रम में आयकर टीम को राधा चरण साह के बाबू बाजार स्थित आवास, अनाईठ फार्म हाउस, रमना मैदान शहीद भवन स्थित होटल, बाइपास रोड स्थित रिसोर्ट से काफी नकद और सोने चांदी के जेवरात मिले हैं।

बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान नकद गिनने के लिए आयकर की टीम को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से नोट गिनने के लिए दो मशीनें तक मंगानी पड़ी है। चर्चा है कि नकद एक करोड़ से अधिक है। बैंक लेनदेन भी सौ करोड़ से अधिक का बताया जा रहा है। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

सुरक्षा में तैनात रही एसएसबी की टीम

आयकर की छापेमारी के दौरान विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हो, इसके मद्देनजर लेकर एसएसबी समेत अन्य केंद्रीय फोर्स की टीम को छापेमारी में सहयोग के लिए लगाया गया है । टीम के साथ आयकर विभाग के कमिश्नर रैंक के अफसर छापामारी का नेतृत्व कर रहे थे। छापामारी सुबह से प्रारंभ हुई और देर रात जारी रही।

छापेमारी की आधिकारिक पुष्टि के लिए आयकर विभाग के बिहार के कई अधिकारियों से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन अधिकारियों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। राधाचरण से फोन से संपर्क करने के प्रयास किए गए, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा। आयकर की कार्रवाई देर रात तक जारी रहने की संभावना है।

राधाचरण जदयू के प्रदेश महासचिव भी हैं और वे लंबे समय से बालू सिंडिकेट से जुड़े रहे हैं। भोजपुर के कोईलवर, पटना के परेब, औरंगाबाद और गया के बड़े बालू कारोबारियों से उनके अच्छे संबंध रहे हैं।

बिहटा के परेब निवासी बालू कारोबारी डॉ. अशोक प्रसाद के घर पर भी छापेमारी की गई। बालू कारोबारी ब्राडसन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रहे हैं। बालू खनन में वे राधाचरण के पार्टनर हैं। राधाचरण से जुड़े सीए अनुज गांगुली के पटना स्थित आवास व पटना जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष ज्योति सोनी, हिंदू जागरण मंच के संयोजक जीवन जीवन कुमार के बिहटा स्थित आवास पर भी दस्तावेज खंगाले गए।

आरा में हरखेन एंड संस के प्रमुख कमल जैन के यहां भी छापेमारी हुई। छापेमारी पटना, आरा, बक्सर के अलावा मनाली, हरिद्वार, नोएडा, गाजियाबाद, झारखंड और दिल्ली सहित करीब 18 स्थानों पर एक साथ हुई। समाचार लिखे जाने तक आयकर के अधिकारी छापेमारी के लेकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। साह के अलावा आरा के सोने चांदी के व्यवसायी कमल जैन के यहां भी आयकर की टीम ले धावा बोला। जैन के जेल रोड स्थित आवास और गोपाली चौक स्थित उनके आभूषण दुकान पर भी छापेमारी टीम पहुंची।

सूत्रों की माने तो जैन से हाल के वर्षों में राधाचरण साह ने आरा में कई जमीनों की डील की है। कारोबारी व ब्राडसन कंपनी के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार व उनके पुत्र व हिंदू जागरण मंच के संयोजक जीवन कुमार व पटना जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष ज्योति सोनी के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई।

राधाचरण साह- अप्रैल 2022 में भोजपुर बक्सर के एमएलसी चुनाव में राधाचरण साह ने लगातार दूसरी बार जीत हासिल की थी। 70 के दशक में राधाचरण साह की आरा रेलवे स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान हुआ करती थी। इसके बाद वो होटल के व्यवसाय में उतरे । बाद में बालू के कारोबार में हाथ आजमाया और इसके बाद विधान पार्षद बने ।

अशोक कुमार बालू कारोबार करने वाली कंपनी के प्रबंध निदेशक। अशोक का नाम पटना, भोजपुर में बालू के बड़े कारोबारी में आता है।

हरिद्वार में बिहार के एक नेता के करीबी के यहां ईडी का छापा

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मंगलवार को हरिद्वार पहुंचकर एक आश्रम समेत कई जगह पर छापेमारी की। स्थानीय पुलिस प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी गई, लेकिन चर्चाएं हैं कि टीम बिहार के एक नेता के करीबी की कुंडली खंगाल रही है।

नेता ने काली कमाई को हरिद्वार में खपाया हुआ है। बिहार से ईडी की टीम मंगलवार सुबह देहरादून पहुंची और उत्तरी हरिद्वार के भूपतवाला स्थित लक्ष्मी सदन आश्रम में छापा मारा।

राजद-जदयू नेताओं पर बढ़ी केंद्रीय एजेंसियों की दबिश

बिहार में हाल के दिनों में जदयू और राजद के नेताओं पर आयकर विभाग समेत केंद्रीय जांच एजेंसियों की दबिश बढ़ी है। जदयू एमएलसी राधाचरण साह से पहले राजद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष व विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह के ठिकानों पर अगस्त में सीबीआइ ने छापा मारा गया था।

सुनील कुमार के ठिकानों पर सीबीआइ की यह छापामारी जमीन के बदले रेलवे में नौकरी मामले की गई गई थी। इसके बाद 14 अक्टूबर को ललन सिंह के करीबी गब्बू सिंह व उनके करीबियों के करीब 24 ठिकानों पर आयकर की टीम ने छापा मारा। 17 नवंबर को आयकर ने एक और कार्रवाई की। उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ के कई कारोबारियों के 17 ठिकानों पर आयकर की टीम ने छापा मारा।

ईडी की पिच पर आयकर विभाग ने की कार्रवाई

विधान पार्षद राधाचरण साह (सेठ जी) के यहां हुई आयकर विभाग की छापेमारी की योजना कई दिन पहले से बन रही थी। आयकर के लोग संपत्ति की रेकी कर नजर बनाए हुए थे। छापेमारी का कनेक्शन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जुड़ा हो सकता है।

बता दें कि कुछ ही दिन पूर्व सेठ जी के बालू के कारोबार में निवेश और उनसे जुड़े लोगों के बारे एजेंसी ने पूछताछ कर जानकारी ली थी। छापेमारी के दौरान इससे जुड़े लोगों में चर्चा पूरे दिन होती रही। लोग कहते सुने गए कि ईडी की बनाई पिच आयकर विभाग ने धन्नासेठों के छक्के छुड़ाए हैं।

एक पखवारे पहले जिले में ईडी के आधा दर्जन से ज्यादा अफसरों ने कई लोगों से पूछताछ और जांच पड़ताल की थी। इस दौरान बालू के वैध, अवैध व्यवसाय से जुड़े दो दर्जन से ज्यादा लोगों से प्रवर्तन निदेशालय की टीम कई प्रश्नों के उत्तर ढूंढने का प्रयास कर रही थी। पूछताछ के बाद आयकर की छापेमारी हुई है।

नाम नहीं बताने की शर्त पर मामले से जुड़े कई लोगों ने बताया कि ईडी की पूछताछ के बाद इसकी रिपोर्ट आयकर विभाग को संभवत: सौंपी गई है। इसी के बाद छापेमारी होने की आशंका है।

भोजपुर जिले में बालू के काले कारोबार से कई लोगों ने खूब संपत्ति बनाई है। ऐसे लोग ईडी के निशाने पर आ गए हैं। गत माह बालू से जुड़े व्यवसायी के करीबियों को ईडी की टीम ने नोटिस भेजा था। इन सभी को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। मालूम हो इसके पहले भी ईडी की कार्रवाई की जद में एसपी, कई थानेदार और खनन विभाग के पदाधिकारी आ चुके हैं। जानकारों की मानें तो ईडी की जद में जिले के कई बड़े लोग घिरते दिख रहे हैं।

रात में बनी छापेमारी की योजना, भाड़े पर मंगाई गई थी गाड़ियां

सूत्रों की मानें तो एमएलसी व उनके करीबियों के ठिकानों पर सोमवार की रात में ही छापेमारी की योजना बन गई थी। टीम ने इसके लिए पटना समेत अन्य जगहों से भाड़े पर गाड़ियां मंगाई थी। मंगलवार की सुबह सात बजे ही टीम अलग-अलग टुकड़ियों में बंटकर यहां पहुंच गई थी। सुरक्षा के लिए एसएसबी की टीम साथ थी।

Edited By: Roma Ragini