मुश्किल में लालू परिवार: आयकर विभाग ने की पूछताछ
बेनामी संपत्ति के मामले में लालू परिवार मुश्किल में घिर सकता है। आज पटना स्थित आयकर विभाग कार्यालय में बेनामी संपत्ति मामले में राबड़ी, मीसा और तेजस्वी का बयान लिया गया।
पटना [राज्य ब्यूरो]। करीब एक हजार करोड़ रुपये से अधिक के बेनामी संपत्ति मामले में मंगलवार को आयकर अधिकारियों ने नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सात घंटे तथा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से साढ़े चार घंटे तक पूछताछ की।
मां की मदद के लिए बेटी मीसा भारती साथ गई जरूर लेकिन उन्हें बाहर ही इंतजार करना पड़ा। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से रांची और पुरी के होटल लीज पर देने के मामले में अलग से पूछताछ किए जाने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार बेनामी संपत्ति मामले में आयकर विभाग ने तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए 18 अगस्त को बुलाया था। लेकिन 27 अगस्त को गांधी मैदान की रैली के कारण इन लोगों ने 29 अगस्त को आयकर कार्यालय में उपस्थित होने की बात कही थी।
मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दिन के ठीक 11 बजे पूछताछ के लिए आयकर विभाग पहुंचे। वह शाम सवा छह बजे बाहर निकले। उनसे लगातार सात घंटे तक पूछताछ चली। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी दोपहर के 2 बजे बेटी मीसा भारती के साथ आयकर बिल्डिंग पहुंची। मीसा को वेटिंग रूम में बैठाया गया। राबड़ी देवी शाम छह बजकर 45 मिनट पर बाहर निकली। उनसे भी करीब साढ़े चार घंटे तक दिल्ली से आए आयकर अधिकारियों ने पूछताछ की।
सूत्रों के अनुसार आयकर अधिकारियों ने तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी से करीब-करीब एक ही तरह के सवाल पूछे। मसलन डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, ए.के. इंफोसिस्टम प्रा.लि. और ए.वी. एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड जैसी शेल कंपनियों का मालिकाना हक कैसे हासिल कर लिया, इसके लिए पैसे कहां से आए आदि।
यहां बता दें कि सांसद प्रेम गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता ने डिलाइट मार्केंटिंग प्राइवेट के 85 प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी और 15 प्रतिशत शेयर तेजस्वी यादव को सौंपे हैं। इसी सिलसिले में बीते सोमवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने सरला गुप्ता से घंटों पूछताछ की। डिलाइट मार्केटिंग की बेली रोड स्थित पौने दो एकड़ जमीन पर ही बिहार का सबसे बड़ा माल बन रहा था। इस मामले को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने उठाया था।
रेलवे के रांची और पुरी के होटल के बदले में बेली रोड की जमीन लेने का लालू पर है आरोप
भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने 3 अप्रैल को प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव ने रांची और पुरी स्थित रेलवे के दो होटल, व्यवसायी हर्ष कोचर और विजय कोचर को लीज पर देकर बदले में पटना के बेली रोड पर करोड़ों की पौने दो एकड़ जमीन प्रेम गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कंपनी डिलाइट मार्केटिंग को कौडिय़ों के मोल दिलवा दी।
बाद में इस कंपनी के सारे शेयर राबड़ी देवी और तेजस्वी के नाम हस्तांतरित कराकर कंपनी को ही हथिया लिया। इसके बाद एक-एक कर उन्होंने एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड और एवी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के घोटाले को साक्ष्य के साथ उजागर किया।
मोदी के इन आरोपों के बाद आयकर विभाग ने 16 मई को लालू के 22 ठिकानों पर छापेमारी की। मीसा भारती के दिल्ली के ब्रिजवासन स्थित फार्म हाऊस और फ्रेंड्स कॉलोनी आलीशान मकान पर भी छापेमारी हुई थी।
इसके बाद आयकर विभाग ने मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार को दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया। नोटिस पर उपस्थित नहीं होने पर दोनों पर दस-दस हजार का जुर्माना भी लगा था। तब जाकर दोनों सवालों का जवाब देने दिल्ली स्थित आयकर दफ्तर पहुंचे।
आयकर विभाग को मिले साक्ष्य के आधार पर ही सीबीआइ ने 5 जुलाई को लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव सहित आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए 7 जुलाई को लालू-राबड़ी के पटना के 10,सर्कुलर रोड स्थित आवास पर छापेमारी की थी।