निलंबित SSP विवेक की काली कमाई का बढ़ता जा रहा दायरा, चौथे दिन भी छापेमारी जारी
आइपीएस विवेक के दो बैंक लॉक्र से अब तक 2.15 करोड़ की संपत्ति मिली है। अभी और चार बैंक लॉकरों की तलाशी का काम बाकी है।
पटना/मुजफ्फरपुर [जागरण टीम]। बिहार के मुजफ्फरपुर के निलंबित एसएसपी विवेक कुमार की काली कमाई का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा। विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) की कार्रवाई के चौथे दिन गुरुवार को उनकी ससुराल मुजफ्फरनगर में तीसरे लॉकर को खोला गया। सास व ससुर के इस लॉकर से 25 लाख कैश मिलने की बात सामने आई है।
मुजफ्फरनगर के विजया बैंक के लॉकर से यह कैश बरामद हुआ है। टीम अन्य लॉकरों को खोलने में जुटी हुई है। बुधवार को दो लॉकरों से 2.15 करोड़ की संपत्ति पकड़ में आई थी। वहीं आवास से सात लाख रुपये, 5.5 लाख के गहने, 45 हजार की पुरानी करेंगी व एक अवैध आर्म्स जब्त किए गए थे।
उधर, एसएसपी आवास पर जांच जारी है। एसवीयू सूत्रों की मानें तो 24 घंटे में दो बड़े अफसरों पर कार्रवाई की जा सकती है। कहा जा रहा है जिले में कई सालों से जमे अफसरों की संपत्ति की जांच की जाएगी। वहीं आज एसएसपी आवास के भीतर तीन युवतियां गई हैं। पूछने पर कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। इसके बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
लापता रीडर की तलाश
एसएसपी आवास से लापता रीडर दिनेश यादव का अब तक पता नही लगा है। प्रभारी एसएसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि रीडर के मोबाइल पर भी कई बार काल किया गया है। लेकिन, वह काल नही रिसीव कर रहे हैं। उक्त रीडर पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। नाश्ता करने की बात बोलकर छापेमारी के पहले दिन ही निकले थे। उसके बाद से वे लापता हैं।
अधिकारियों के मंगाए गए कपड़े
सुबह से अधिकारियो के लिये बाहर से नाश्ते और खाने का प्रबंध किया जा रहा है। कुछ नए कपड़े भी मंगाए गए हैं। वहीं छापेमारी के चौथे दिन भी जिले के विभिन्न थानों से डाक फाइल भेजने का सिलसिला जारी है। सुबह से कई चौकीदार डाक फाइल लेकर भीतर गए हैं।
ससुराल वाले शहर में छह लॉकर मिले, दो की जांच हुई
विवेक कुमार की ससुराल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में है। बुधवार को एसवीयू को छह लॉकर का पता चला। दो की जांच की गई। इनमें 31.75 लाख के स्वर्णाभूषण, एक करोड़, 65 लाख रुपये की फिक्स डिपोजिट और 18 लाख की नकदी शामिल है। 1.65 करोड़ की फिक्स डिपोजिट विवेक कुमार और उनकी पत्नी निधि कर्णवाल, सास उमारानी कर्णवाल और ससुर वेदप्रकाश कर्णवाल के नाम पर है।
मुजफ्फरपुर (बिहार) स्थित सरकारी आवास, दफ्तर, मुजफ्फरनगर (उप्र) स्थित ससुराल और सहारनपुर (उप्र) स्थित पैतृक आवास पर एसवीयू की छापेमारी चौथे दिन जारी रही। जब्त नकद राशि का आंकड़ा अब आठ लाख, 95 हजार हो चुका है। एसवीयू ने उनके और परिजनों के नाम पर मुजफ्फरनगर में कुल छह बैंक लॉकर चिन्हित किए हैं।
विवेक के सहारनपुर स्थित पैतृक आवास की तलाशी में एलआइसी की कुल आठ पॉलिसियां मिली हैं। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। मुजफ्फरनगर में बैंक लॉकर की तलाशी लेते समय एसवीयू की टीम ने मौके पर ज्वेलर्स को भी बुला रखा था, ताकि बरामद गहनों का मौके पर ही मूल्यांकन किया जा सके।
नोटबंदी में बैंकों पर दबाव बना मोटी रकम जमा कराई
सूत्र बताते हैं कि एसवीयू ने छापेमारी को अंजाम देने से करीब चार महीने पहले से ही अपनी जांच शुरू कर दी थी। नोटबंदी लागू होने के बाद विवेक ने मुजफ्फरपुर की कई बैंकों को प्रभावित किया। उन्होंने मुजफ्फरनगर से भारी मात्रा में पांच सौ और एक हजार के पुराने नोट मंगाकर उसे मुजफ्फरपुर की विभिन्न बैंक शाखाओं में जमा कराया था। बाद में उन्हें फिक्स डिपोजिट में तब्दील कर दिया गया। इसकी भी जांच शुरू हो गई है।
शराब से जुड़े मामलों की खंगाली जा रही फाइल
शराब माफिया कनेक्शन की पड़ताल शुरू हो गई है। मुजफ्फरपुर एसएसपी आवास पर बुधवार को शराब जब्ती से जुड़े आधा दर्जन थानों से फाइल मंगाई गई है। इसमें बरूराज, औराई, कटरा, काजी मोहम्मदपुर की फाइलें हैं।