गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा पटना, कुख्यात अभिषेक गिरफ्तार, विकास फरार
रविवार की दोपहर अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से पटना जिले के नौबतपुर का बेला गांव दहल गया। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने कुख्यात अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया, वहीं विकास फरार हो गया।
By Ravi RanjanEdited By: Published: Sun, 20 May 2018 06:11 PM (IST)Updated: Sun, 20 May 2018 10:09 PM (IST)
style="text-align: justify;">पटना [जेएनएन]। रविवार की दोपहर पटना जिले नौबतपुर के बेला गांव के लोग आराम कर रहे थे, इस बीच अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट से लोग दहल गए। पुलिस और अपराधियों के बीच दर्जनों राउंड फायरिंग हुई। डेढ़ घंटे तक दोनों तरफ से हुई फायरिंग के बाद पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका साथी विकास कुमार फरार हो गया।
अभिषेक के पास से एक पिस्टल और दो लोडेड मैगजिन बरामद हुई है। पुलिस ने मौके से दो बाइक भी बरामद की है। गिरफ्तार अभिषेक भोजपुर जिला के चांदी थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव का निवासी है। वह जेल में बंद कुख्यात रंजीत चौधरी का शूटर है। अभिषेक के खिलाफ भोजपुर के चांदी थाने में सात, नौबतपुर थाने में पांच और बिहटा व रनिया तालाब थाने में दो-दो मामले दर्ज हैं। यूपी के दो जिलों में भी रंगदारी के मामले दर्ज हैं।
बारा पंचायत के मुखिया की हत्या के फिराक में थे बदमाश
रविवार की दोपहर अचानक बेला तरारी गांव गोलियों की तड़तडाहट से गूंज उठा। कुछ देर तो ग्रामीणों को समझ नहीं आया कि ये क्या हो रहा है, लेकिन जल्द ही लोगों को माजरा समझ में आ गया। दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि तरारी का अपराधी विकास सिंह भोजपुर का शार्प शूटर अभिषेक सिंह, नीरज नेपाली और एक अन्य सहयोगी के साथ अपने गांव जा रहा है। निशाने पर बारा के मुखिया रूपक शर्मा थे। इस बात की खबर मिलते ही नौबतपुर थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी टीम के साथ बेला गांव पहुंचे ही थे कि विकास और अभिषेक पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी। थाना प्रभारी ने एसएसपी मनु महाराज को भी सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर आसपास के थाने की पुलिस के साथ फुलवारीशरीफ के डीएसपी रमाकांत घटनास्थल पर पहुंचे और मोर्चा संभाल लिया। दोनों तरफ से करीब दो दर्जन राउंड फायरिंग हुई। पुलिस ने गांव में सर्च अभियान के तहत अभिषेक कुमार को एक घर से पिस्टल और गोलियों से भरे दो मैगजीन के साथ गिरफ्तार कर लिया। देर शाम तक पुलिस ने साथी विकास और नेपाली की तलाश में गांव के एक-एक घर में दबिश दी। हालांकि दोनों के फरार होने की बात कहीं गई। फरार विकास के खिलाफ बारा में डबल मर्डर, बिहटा के बिट्टू पर जानलेवा हमला, बैंक लूट सहित एक दर्जन मामले दर्ज है।
आधा दर्जन से अधिक हत्या में था शामिल
कुख्यात मनोज सिंह के अपराधी पुत्र और सुपारी किलर माणिक सिंह के साथ अपराध जगत में कदम रखने वाले अभिषेक की तलाश पुलिस ने तब तेज कर दी जब उसने छठ पूजा के दौरान जेल में बंद रंजीत चौधरी का पोस्टर फाडऩे को लेकर हुए विवाद में गांव के ही सेवानिवृत सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दिया था।
इसके अलावा उस पर सिकरौल के पैक्स अध्यक्ष के भाई बड़कुन की हत्या, बछड़ी स्थित बालू घाट पर रंगदारी को लेकर मुंशी की हत्या, नौबतपुर के गोनवां में दादा-पोता की हत्या, जिला पार्षद पति लुलन शर्मा की हत्या, बिहटा में कार लूट के दौरान चालक की हत्या, रानीतलाब थाना में बालू ठेकेदार गुड्डू सिंह से रंगदारी, आरा में होमियोपैथ डॉक्टर से रंगदारी को लेकर गोलीबारी और कोचिंग संचालक से रंगदारी का मामला शामिल है।
पुलिस की लापरवाही से छूट गया था अभिषेक
अभिषेक पूर्व में भी नौबतपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुआ था। उसकी गिरफ्तारी तब हुई थी जब वह उपप्रमुख पति पर गोलीबारी कर भाग रहा था। ग्रामीणों की तत्परता से उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया था, लेकिन समय पर कोर्ट में अन्य मामलों का प्रोडक्शन नहीं लगने के कारण महज पंद्रह दिन में ही जेल से निकल गया था।
अभिषेक के खिलाफ कई थानों में केस दर्ज हैं। पुलिस को उसकी तलाश कई दिनों से थी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की। अभिषेक को पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया है। उसके दो साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे रिमांड पर लिया जाएगा। उसके खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
मनु महाराज, एसएसपी
अभिषेक के पास से एक पिस्टल और दो लोडेड मैगजिन बरामद हुई है। पुलिस ने मौके से दो बाइक भी बरामद की है। गिरफ्तार अभिषेक भोजपुर जिला के चांदी थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव का निवासी है। वह जेल में बंद कुख्यात रंजीत चौधरी का शूटर है। अभिषेक के खिलाफ भोजपुर के चांदी थाने में सात, नौबतपुर थाने में पांच और बिहटा व रनिया तालाब थाने में दो-दो मामले दर्ज हैं। यूपी के दो जिलों में भी रंगदारी के मामले दर्ज हैं।
बारा पंचायत के मुखिया की हत्या के फिराक में थे बदमाश
रविवार की दोपहर अचानक बेला तरारी गांव गोलियों की तड़तडाहट से गूंज उठा। कुछ देर तो ग्रामीणों को समझ नहीं आया कि ये क्या हो रहा है, लेकिन जल्द ही लोगों को माजरा समझ में आ गया। दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि तरारी का अपराधी विकास सिंह भोजपुर का शार्प शूटर अभिषेक सिंह, नीरज नेपाली और एक अन्य सहयोगी के साथ अपने गांव जा रहा है। निशाने पर बारा के मुखिया रूपक शर्मा थे। इस बात की खबर मिलते ही नौबतपुर थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी टीम के साथ बेला गांव पहुंचे ही थे कि विकास और अभिषेक पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दी। थाना प्रभारी ने एसएसपी मनु महाराज को भी सूचना दी। एसएसपी के निर्देश पर आसपास के थाने की पुलिस के साथ फुलवारीशरीफ के डीएसपी रमाकांत घटनास्थल पर पहुंचे और मोर्चा संभाल लिया। दोनों तरफ से करीब दो दर्जन राउंड फायरिंग हुई। पुलिस ने गांव में सर्च अभियान के तहत अभिषेक कुमार को एक घर से पिस्टल और गोलियों से भरे दो मैगजीन के साथ गिरफ्तार कर लिया। देर शाम तक पुलिस ने साथी विकास और नेपाली की तलाश में गांव के एक-एक घर में दबिश दी। हालांकि दोनों के फरार होने की बात कहीं गई। फरार विकास के खिलाफ बारा में डबल मर्डर, बिहटा के बिट्टू पर जानलेवा हमला, बैंक लूट सहित एक दर्जन मामले दर्ज है।
आधा दर्जन से अधिक हत्या में था शामिल
कुख्यात मनोज सिंह के अपराधी पुत्र और सुपारी किलर माणिक सिंह के साथ अपराध जगत में कदम रखने वाले अभिषेक की तलाश पुलिस ने तब तेज कर दी जब उसने छठ पूजा के दौरान जेल में बंद रंजीत चौधरी का पोस्टर फाडऩे को लेकर हुए विवाद में गांव के ही सेवानिवृत सैनिक की गोली मारकर हत्या कर दिया था।
इसके अलावा उस पर सिकरौल के पैक्स अध्यक्ष के भाई बड़कुन की हत्या, बछड़ी स्थित बालू घाट पर रंगदारी को लेकर मुंशी की हत्या, नौबतपुर के गोनवां में दादा-पोता की हत्या, जिला पार्षद पति लुलन शर्मा की हत्या, बिहटा में कार लूट के दौरान चालक की हत्या, रानीतलाब थाना में बालू ठेकेदार गुड्डू सिंह से रंगदारी, आरा में होमियोपैथ डॉक्टर से रंगदारी को लेकर गोलीबारी और कोचिंग संचालक से रंगदारी का मामला शामिल है।
पुलिस की लापरवाही से छूट गया था अभिषेक
अभिषेक पूर्व में भी नौबतपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हुआ था। उसकी गिरफ्तारी तब हुई थी जब वह उपप्रमुख पति पर गोलीबारी कर भाग रहा था। ग्रामीणों की तत्परता से उसे पकड़कर पुलिस के हवाले किया था, लेकिन समय पर कोर्ट में अन्य मामलों का प्रोडक्शन नहीं लगने के कारण महज पंद्रह दिन में ही जेल से निकल गया था।
अभिषेक के खिलाफ कई थानों में केस दर्ज हैं। पुलिस को उसकी तलाश कई दिनों से थी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की। अभिषेक को पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया है। उसके दो साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे रिमांड पर लिया जाएगा। उसके खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव भेजा जाएगा।
मनु महाराज, एसएसपी
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