खतरे में आधी आबादी, पुलिस पर भारी पड़ रहे अपराधी, आंकड़े दे रहे गवाही
बिहार में दुष्कर्म की वारदात काफी बढ़ गई है। आंकड़े यह बता रहे हैं कि हमारे समाज में किस कदर लड़कियों और महिलाओं की इज्जत तार-तार हो रही है।
पटना [रवि रंजन]। बिहार में आए दिन लड़कियों के साथ छेड़खानी व दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। ऐसी वारदातों के वीडियो बनाकर वायरल किए जा रहे हैं। बीते दिन गया में सरेराह बेटी और पति के सामने महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना तो इंतिहा है। इसके बाद तो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्यपाल को भी अब कहना पड़ा है कि छेड़खानी की घटना की सूचना बेटियां और महिलाएं थाना से पहले राजभवन को दें।
गया में बेटी-पति के सामने महिला से सामूहिक दुष्कर्म
बिहार के गया जिले के गुरारू-अहियापुर स्टेट हाईवे-69 से जुड़ी कोंच थाना क्षेत्र की सड़क पर बुधवार की रात करीब नौ बजे घात लगाए बैठे दरिंदों ने हैवानियत की हद पार दी। पति और बेटी को बंधक बना कर उनके सामने विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। परिवार इज्जत बख्श देने को आरजू-मिन्नतें करता रहा, पर हैवानों को दया नहीं आई।
हालांकि, इस पटना प्रक्षेत्र के आइजी नैयर हसनैन खां ने घटना के बाद कोंच थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि गया एसएसपी के नेतृत्व में एसआइटी गठित कर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
आरा में दस साल की बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म
बिहार के भोजपुर जिले के आरा में पिस्तौल के बल पर दस साल की बच्ची को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म किया किया। घटना आरा शहर के टाउन थाना अंतर्गत इलाके की है। बच्ची ने गुरुवार को महिला थाने में केस दर्ज कराया है। टाउन थाने के बेगमपुर मोहल्ला निवासी बाबू राम चौधरी के पुत्र संजीव चौधरी को आरोपी बनाया गया है। वह फरार है। पुलिस ने दुष्कर्म की शिकार बच्ची की मेडिकल जांच सदर अस्पताल में कराया है। महिला थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। आरोपित पहले भी आर्म्स एक्ट में जेल जा चुका है।
तीन दिनों तक 12 वर्षीया बच्ची को कब्जे में रख किया दुष्कर्म
मुजफ्फरपुर जिले के पारू थाना क्षेत्र के एक गांव में युवक द्वारा 12 वर्षीया किशोरी को प्रलोभन देकर तीन दिनों तक अपने कब्जे में रख दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पीडि़ता ने इस मामले में इंद्रजीत साह को आरोपित बनाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसके पूर्व पीडि़ता ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि इंद्रजीत मुझे लोभ-लालच दिया करता था। एक मोबाइल भी खरीदकर दिया। 10 जून को पड़ोस गांव के एक चौक पर बुलाया और बस से मुजफ़्फरपुर ले गया। वहां से ट्रेन से कहीं ले जाकर तीन दिन अपने साथ रख दुष्कर्म किया।
भाभी के भाई ने बनाया हवस का शिकार, वीडियो कर दिया वायरल
बिहार के भोजपुर जिले में भाभी के भाई ने किया कुकर्म और दसवीं कक्षा की छात्रा का अश्लील वीडियो बनाने के बाद वायरल कर दिया। घटना को युवक ने बीते मंगलवार को अंजाम दिया है। छात्रा ने बताया कि कुछ दिन पहले छात्रा जब ट्यूशन पढ़ने जा रही थी, तो उसे आरोपी ने पकड़ कर लिया और रास्ते से उठाकर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म कर उसका वीडियो बना लिया। फिर उसने धमकी भी दी थी कि किसी से बताया तो वीडियो वायरल कर दूंगा। पीड़िता ने घर आकर परिजनों को ये बात बताई और फिर थाने में एफआइआर दर्ज करा दिया जिसकी जानकारी मिलते ही आरोपी ने दुष्कर्म का वीडियो वायरल कर दिया। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल सदर अस्पताल में कराया है।
राज्यपाल ने कहा- छेड़छाड़ पर थाने बाद में जाएं, पहले राजभवन को फोन करें
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने लड़कियों के साथ होने वाली छेड़छाड़ को शर्मनाक बताया और कहा कि यदि किसी लड़की के साथ ऐसी घटना हो तो वह थाने बाद में जाए, पहले राजभवन को एक फोन करे। हमारे अफसर त्वरित कार्रवाई करेंगे। राज्यपाल ने श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में हजारों की संख्या में मौजूद छात्रों से कहा कल जब आप पढ़ाई पूरी कर बाहर निकले और उच्च पदों पर आसीन हों तो उन बच्चों के लिए जरूर कुछ करें जो आपकी, हमारी तरह पढ़ाई नहीं कर सके।
सियासत तेज
तेजस्वी ने कहा- बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति शर्मनाक
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पुत्र और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सूबे में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला है। कहा कि बिहार में जंगलराज की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आखिर नीतीश कुमार और सुशील मोदी क्यों चुप हैं? इन घटनाओं की जितनी भी निंदा की जाए कम है। हमलोगों का माथा शर्म से झुक जाता है कि इस राज्य को क्या हो गया है? सरकार को लॉ एंड आर्डर पर कंट्रोल होना चाहिए। सीएम के अधीन गृह विभाग भ्रष्टाचार की दलदल में डूबा हुआ है।
पप्पू यादव ने कहा- 15 दिन में दोषियों को मिले फांसी
जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव ने कहा कि इस मामले में अदालत को स्वत: संज्ञान लेकर स्पीडी ट्रायल कर दोषियों को 15 दिन में फांसी की सजा देनी चाहिए। बिहार में माफिया राज समाप्त हो रहा है लेकिन यहां कर्मियों का बोलबाला है।
मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा- इनकाउंटर करने की जरूरत
बिहार सरकार में श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गया दुष्कर्म मामले पर कहा कि हमारे हाथ कोर्ट और मानवाधिकार आयोग ने बांध रखा है, वरना कब का इनकाउंटर हो जाता। पुलिस को खुली छूट है। अपराधी बच नहीं सकते हैं। इनकाउंटर करने की जरूरत है।
कहना है मनोवैज्ञानिक का
समाज में बढ़ती दुष्कर्म की घटनाओं पर मनोवैज्ञानिक बिंदा सिंह कहती हैं कि इंटरनेट पर अश्लील सामग्री की सहज उपलब्धता और सामाजिक नियम की अहवेलना है। पहले संयुक्त परिवार होता था। बच्चों को दादी-नानी का प्यार मिलता था। कहानियों और किस्सों के माध्यम से संस्कार दिये जाते थे। वे कभी अकेला महसूस नहीं करते थे। समय के साथ परिवार एकल होते गए। अब बच्चे हों, युवा हो या बुजुर्ग सभी अकेलापन दूर करने के लिए इंटरनेट का सहारा ले रहे हैं। इंटरनेट पर अश्लील सामग्री आसानी से मिल जाती है जो उनके मन-मस्तिष्क को प्रभावित करती है।
यही वजह है कि अब बच्चों के बीच उद्दंडता बढ़ रही है। वो ना तो मां-बाप की सुनते हैं और न उनमें संस्कार बचा है। किसी का सम्मान तक नहीं करते हैं। मां-बाप के पास भी समय नहीं है कि वे अपने बच्चों पर पूरी तरह से नजर रखें।
कुछ ज्यादा उम्र के लोग पीडियोफिलिया (बाल यौन अपराध) बीमारी से ग्रस्त रहते हैं। ऐसे में ये कम उम्र की बच्चियों को अपना शिकार बनाते हैं। उन्हें लगता है कि ये बच्चियां किसी से कुछ कहेंगी नहीं। इसके पीछे भी अकेलापन एक हद तक जिम्मेवार होता है।