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यूपीएससी टापर शुभम की नजर में भी ये समस्या बिहार में सबसे बड़ी, बोले- बना DM तो पहले करूंगा ये काम

यूपीएससी परीक्षा में टाप करने के बाद हर कोई शुभम के विषय में जानना चाहता है। आने वाले समय में शुभम किसी बड़े पद पर होंगे। उनकी नजर में सबसे बड़ी समस्या क्या होगी? शुभम भी अगर कटिहार के डीएम बनते हैं तो पहले बाढ़ से निजात दिलाएंगे।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 10:24 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 10:24 PM (IST)
यूपीएससी टापर शुभम की नजर में भी ये समस्या बिहार में सबसे बड़ी, बोले- बना DM तो पहले करूंगा ये काम
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के टापर शुभम कुमार। जागरण।

नलिनी रंजन, पटना: बिहार के लाल ने पूरे देश में नाम कर दिया है। यूपीएससी परीक्षा में टाप करने के बाद हर कोई शुभम के विषय में जानना चाहता है। आने वाले समय में शुभम किसी बड़े पद पर होंगे। उनकी नजर में सबसे बड़ी समस्या क्या होगी? शुभम से जब पूछा गया कि अगर आप अपने गृह नगर कटिहार के जिलाधिकारी बनें तो क्या करेंगे? जवाब था, मैं सबसे पहले इलाके में आने वाली बाढ़ की समस्या से निजात की पहल करूंगा। वहां मक्का व जूट की अधिक पैदावार होती है। इसके लिए वहीं प्रोसेसिंग यूनिट बनाने की कवायद करूंगा। वहां के लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मधुमक्खी व मछली पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। पढ़ें संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के टापर से बातचीत के प्रमुख अंश-

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असफलता से नहीं मानी हार

शुभम पहली बार वर्ष 2018 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए थे। लेकिन उन्हें आरंभिक परीक्षा यानी पीटी में भी सफलता नहीं मिली। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। शुभम ने बताया कि आइआइटी बाम्बे से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। वर्ष 2019 की परीक्षा में 290 रैंक हासिल हुई थी। रक्षा लेखा नियंत्रक सेवा में चयनित हुए। इसके तहत पहले उनका फरीदाबाद में प्रशिक्षण हुआ। अभी वह पूणे में प्रशिक्षण में है। प्रशिक्षण के दौरान ही इसके बाद एंथ्रोपोलाजी वैकल्पिक विषय के साथ 2020 की परीक्षा में शामिल हुए। 

प्लानिंग बना कर करें प्रयास मिलेगी सफलता

सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी को लेकर शुभम ने बताया कि यदि सही प्लाङ्क्षनग की जाए तो सफलता निश्चित है। इसमें पहले आप सिलेबस को पूरी तरह कवर कर एक-एक टापिक को पढ़ लें। इसके बाद परीक्षा में पूछ गए प्रश्नों को हल करें। फिर मॉक टेस्ट का सहारा लेकर लगातार रीविजन करें। मेंस के लिए आंसर शीट में सोर्स के साथ रीविजन व सेट प्रैक्टिस पर फोकस करें। साक्षात्कार को लेकर भी ग्रुप डिक्शन व माक टेस्ट का उपयोग कर सकते है। इससे सफलता निश्चित मिलेगी। 


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