मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस : मधु की जुबान खुलते ही बढ़ीं कई नौकरशाहों की मुश्किलें
मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौनशोषण कांड मामले में गिरफ्तार ब्रजेश ठाकुर की राजदार मधु ने सीबीआइ के सामने कई राज उगले हैं, जिससे कई नौकरशाहों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
पटना [राज्य ब्यूरो]। मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीडऩ कांड के सूत्रधार ब्रजेश ठाकुर की राजदार शाहिस्ता परवीन उर्फ मधु ने सीबीआइ के समक्ष कई राज उगले हैं। इससे समाज कल्याण विभाग के ही नहीं, बल्कि राज्य के कई बड़े नौकरशाहों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मधु ने कुछ बड़े नौकरशाहों से अपने संबंधों की बात कबूली है।
हालांकि सीबीआइ सूत्रों ने इस संबंध में अभी कुछ भी कहने से इंकार किया है। लेकिन एक अधिकारी ने इतना जरूर कहा कि अब यह मामला ओपन होने लगा है। ब्यूरो की एक टीम मधु की बातों का सत्यापन कर रही है। मधु ने जिन नौकरशाहों का नाम लिया है उनसे जल्द ही पूछताछ होने वाली है।
बता दें कि मुजफ्फरपुर में कैंप कर रही सीबीआइ की टीम ने मधु को विगत मंगलवार को समर्पण करने के बाद अदालत से ही अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी। मधु और मुजफ्फरपुर के कुढऩी ब्लॉक से विगत मंगलवार की रात गिरफ्तार झोला छाप डॉक्टर अश्विनी कुमार को सीबीआइ ने विशेष अदालत में पेश करने के बाद पांच दिन की रिमांड पर लिया है।
कुढऩी से गिरफ्तार झोला छाप डॉक्टर अश्विनी कुमार ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ में बैंक खातों से संबंधित काम करता था। यह वही शख्स है जो बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों को नशे का इंजेक्शन दिया करता था।
सीबीआइ जल्द ही ब्रजेश ठाकुर के बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों से इस झोला छाप डॉक्टर की शिनाख्त कराएगी। सीबीआइ मधु और अश्विनी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करने वाली है।
ब्रजेश ठाकुर के लिए बतौर लायजनर काम करती थी मधु
ब्रजेश ठाकुर मधु को अपने एनजीओ के लिए बतौर लायजनर इस्तेमाल करता था। मधु ने सीबीआइ के समक्ष यह भी स्वीकार किया है कि वह ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ के लिए लायजनिंग के सिलसिले में वह अक्सर समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के संपर्क में रहती थी।