विधानसभा चुनाव : नई पीढ़ी के अरमानों पर भारी पड़ा परिवारवाद
युवा मतदाताओं की 50 प्रतिशत से अधिक संख्या देख सभी दल नई पीढ़ी की ओर मुखातिब हैं, मगर नई पीढ़ी के अरमानों पर परिवारवाद भारी पड़ा है। कई दिग्गजों के पुत्र टिकट लेकर चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। अन्य रिश्तेदार भी पीछे नहीं हैं।
पटना [एसए शाद]। युवा मतदाताओं की 50 प्रतिशत से अधिक संख्या देख सभी दल नई पीढ़ी की ओर मुखातिब हैं, मगर नई पीढ़ी के अरमानों पर परिवारवाद भारी पड़ा है। कई दिग्गजों के पुत्र टिकट लेकर चुनावी मैदान में कूद पड़े हैं। अन्य रिश्तेदार भी पीछे नहीं हैं।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के दो-दो पुत्र (तेजस्वी यादव और तेज प्रताप) पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। तेजस्वी यादव पार्टी में 50 प्रतिशत युवाओं को टिकट दिए जाने की हमेशा बात करते रहे हैं।
राजद ने जदयू की राघोपुर और महुआ की सिटिंग सीटें अपने कोटे में लेकर क्रमश: तेज प्रताप और तेजस्वी यादव को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी ने युवा पीढ़ी से किसी और प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है। राघोपुर से बेटिकट हुए जदयू विधायक सतीश कुमार ने देर नहीं की और सीट राजद को दिए जाने की घोषणा से पहले ही भाजपा का दामन थाम लिया।
भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। लोजपा की बात करें तो सांसद महबूब अली कैसर के पुत्र युसूफ खान सिमरी बख्तियारपुर से, सांसद रामचंद्र पासवान के पुत्र प्रिंस राज कल्याणपुर से, सांसद सूरजभान सिंह के भाई कन्हैया सिंह मोकामा से और बहनोई रमेश प्रसाद राय विभूतिपुर से और रामविलास पासवान की रिश्तेदार सविता पासवान सोनबरसा से चुनाव लड़ रही हैं।
रामविलास पासवान के दामाद अनिल कुमार साधु कुटुंबा या सिकंदरा से टिकट के लिए हाथ-पांव मार रहे थे, परंतु वे भाग्यशाली नहीं रहे। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष कुमार को कुटुंबा और प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी के पुत्र राजेश चौधरी को खगडिय़ा से उम्मीदवार बनाया है।
नई पीढ़ी के नाम पर परिवार के सदस्यों को ही टिकट देने के मामले में भाजपा भी अछूती नहीं रही है। सांसद अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत को भागलपुर, वरिष्ठ नेता गंगा प्रसाद के पुत्र संजीव चौरसिया को दीघा, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर के पुत्र विवेक ठाकुर को ब्रह्मपुर, वरिष्ठ नेता डीके शर्मा के पुत्र मनोज शर्मा को गोह और वरिष्ठ नेता ब्रजकिशोर सिंह के पुत्र अरुण कुमार को बरूराज से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
कटोरिया में विधायक सोने लाल हेम्ब्रम की बहू मिक्की हेम्ब्रम को इस बार भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय राजो सिंह के पोते तथा पूर्व विधायक सुनीला देवी के पुत्र सुदर्शन सिंह को बरबीघा से टिकट दिया है। परिवारवाद की सूची में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के पुत्र अजय प्रताप और सुमित कुमार, पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी के पुत्र सम्राट चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र के पुत्र नीतीश मिश्रा, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा के पुत्र राहुल शर्मा के नाम पहले से शामिल हैं। ये सभी इस बार भी चुनावी मैदान में हैं। टिकट तक परिवारवाद से बाहर की नई पीढ़ी इस बार अपनी पहुंच नहीं बना पाई है।