देश के टॉप-100 शिक्षण संस्थान में IIT पटना शामिल, इन सात संस्थानों ने दिए थे आवेदन
देश के टॉप 100 शिक्षण संस्थानों में बिहार से एक मात्र आइआइटी पटना शामिल हुअा है। हालांकि, इससे आइआइटी पटना भी संतुष्ट नहीं है। रैंकिंग लगातार तीसरे साल गिरी है।
पटना [जेएनएन]। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मंगलवार को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की सूची जारी कर दी है। इसमें सूबे के शिक्षण संस्थानों के लिए गुड न्यूज जैसी कोई बात नहीं होने से प्रबंधकों को मायूसी हाथ लगी है। सूबे से रैंकिंग में आइआइटी, पटना ही शामिल किया गया है। इससे आइआइटी पटना भी संतुष्ट नहीं है। रैंकिंग लगातार तीसरे साल गिरी है।
आइआइटी पटना इंजीनियरिंग कॉलेजों की सूची में इस साल 24वें स्थान पर है। जबकि, पिछले साल यह 19वें था। खुशखबरी इतनी है कि पिछले साल की ओवरऑल रैंकिंग में यह 83वें स्थान पर था, इस बार 69वें पर है। सूबे का यह एक मात्र संस्थान है जो लगातार तीन सालों से एनआइआरएफ के 100 की सूची में शामिल है।
एनआइआरएफ 2016 से रैंकिंग जारी कर रहा है। शुरुआती साल में सूबे के तीन स्थान सूची में शामिल थे। आइआइटी पटना के साथ-साथ एनआइटी पटना और सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार को भी जगह मिली थी। 2017 के बाद से एनआइटी पटना और सीयूएसबी रैंकिंग से बाहर हैं।
रैंकिंग के लिए सात संस्थानों ने दिए आवेदन
एनआइआरएफ में रैंकिंग के लिए आइआइटी, एनआइटी, सीयूएसबी, चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, वैशाली इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एंड रूरल मैनेजमेंट तथा पटना साहिब टेक्निकल कैंपस ने ही आवेदन किया था। एक भी स्टेट यूनिवर्सिटी ने रैंकिंग के लिए आवेदन नहीं किया था।
पटना विश्वविद्यालय में नैक मूल्यांकन ही अभी पूरा नहीं हुआ है। इस बार नौ मानदंडों के आधार पर रैंकिंग जारी की गई है। इसमें मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, फार्मेसी, मेडिकल, लॉ और आर्किटेक्चर के साथ ओवरऑल रैंकिंग दी गई है। इसके लिए बिहार से कुल सात संस्थानों ने आवेदन किया था।