अब नहीं लगना होगा कतारों में, IGIMS में मरीज तक पहुुंचाई जाएगी दवा, जानें कैसे
आइजीआइएमएस की चिकित्सा व्यवस्था में जल्द व्यापक सुधार दिखेगा। अब मरीजों से भर्ती होते समय ही दवा का पैसा ले लिया जाएगा। इसके बाद उन्हें दवा बेड तक पहुंचाने की व्यवस्था रहेगी।
By Edited By: Published: Tue, 02 Apr 2019 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 09:35 AM (IST)
पटना, जेएनएन। राजधानी के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) में अब मरीजों के बेड तक संस्थान स्वयं दवा पहुंचाएगा। दवा के लिए काउंटरों पर मरीज एवं उनके परिजनों को भीड़ नहीं लगानी पड़ेगी। अगले माह से नई व्यवस्था लागू हो जाएगी। इजीआइएमएस के निदेशक डॉ. एनआर विश्वास के अनुसार अब संस्थान के मरीजों को दवा के लिए परेशान नहीं होना होगा। मरीजों को दवा मुहैया कराना अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। अस्पताल में मरीज को भर्ती करते समय ही दवा की भी राशि जमा कर ली जाएगी। अस्पताल प्रशासन मरीज को दवा बेड पर मुहैया करा देगा। दवा की खरीद संस्थान सीधे कंपनियों से करेगा।
संस्थान में खुलेगा जन औषधि का काउंटर
निदेशक ने कहा कि ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को सस्ती दवा मुहैया कराने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से जन औषधि केंद्र का काउंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। अगले माह से संस्थान में जन औषधि का काउंटर शुरू हो जाएगा। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
संस्थान के शासी निकाय की बैठक
19 अप्रैल को आइजीआइएमएस के शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई है। बैठक में मरीजों को सस्ती दवा मुहैया कराने और पेयजल की समस्या दूर करने सहित कई एजेंडे पर अंतिम रूप से निर्णय लिया जाएगा।
संस्थान में प्रवेश के लिए बनेगी विशेष लेन
आइजीआइएमएस में प्रवेश के लिए अब एक विशेष लेन बनाई जाएगी, जो वर्तमान लेन से अलग होगी। वर्तमान लेन के बगल की खाली जमीन पर एक लेन बनाने की तैयारी की गई है। इस लेन के तैयार होने के बाद बेली रोड से संस्थान में प्रवेश करने एवं निकास में काफी सहायता मिलेगी।
संस्थान में 300 बेड की होगी वृद्धि
निदेशक के अनुसार संस्थान में जल्द ही 300 बेड बढ़ाए जाएंगे। पुराने कॉलेज भवन को खाली कराया जा रहा है, वहां 300 बेड लगाए जाएंगे। इसमें अधिकांश बेड सामान्य मरीजों के लिए होंगे। इसके अलावा कुछ बेड आइसीयू के लिए भी तैयार करने की योजना है।
आइसीएमआर का खुलेगा सेंटर
आइजीआइएमएस में इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च का सेंटर खोला जाएगा। इस सेंटर के विकास पर 5 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सेंटर का विकास होने के बाद संस्थान में रिसर्च करने में काफी मदद मिलेगी। सेंटर के लिए प्रथम किस्त की राशि सवा करोड़ संस्थान को मिल चुकी है।
संस्थान में खुलेगा जन औषधि का काउंटर
निदेशक ने कहा कि ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को सस्ती दवा मुहैया कराने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से जन औषधि केंद्र का काउंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। अगले माह से संस्थान में जन औषधि का काउंटर शुरू हो जाएगा। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
संस्थान के शासी निकाय की बैठक
19 अप्रैल को आइजीआइएमएस के शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई है। बैठक में मरीजों को सस्ती दवा मुहैया कराने और पेयजल की समस्या दूर करने सहित कई एजेंडे पर अंतिम रूप से निर्णय लिया जाएगा।
संस्थान में प्रवेश के लिए बनेगी विशेष लेन
आइजीआइएमएस में प्रवेश के लिए अब एक विशेष लेन बनाई जाएगी, जो वर्तमान लेन से अलग होगी। वर्तमान लेन के बगल की खाली जमीन पर एक लेन बनाने की तैयारी की गई है। इस लेन के तैयार होने के बाद बेली रोड से संस्थान में प्रवेश करने एवं निकास में काफी सहायता मिलेगी।
संस्थान में 300 बेड की होगी वृद्धि
निदेशक के अनुसार संस्थान में जल्द ही 300 बेड बढ़ाए जाएंगे। पुराने कॉलेज भवन को खाली कराया जा रहा है, वहां 300 बेड लगाए जाएंगे। इसमें अधिकांश बेड सामान्य मरीजों के लिए होंगे। इसके अलावा कुछ बेड आइसीयू के लिए भी तैयार करने की योजना है।
आइसीएमआर का खुलेगा सेंटर
आइजीआइएमएस में इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च का सेंटर खोला जाएगा। इस सेंटर के विकास पर 5 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सेंटर का विकास होने के बाद संस्थान में रिसर्च करने में काफी मदद मिलेगी। सेंटर के लिए प्रथम किस्त की राशि सवा करोड़ संस्थान को मिल चुकी है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें