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मानवता शर्मसार: अस्‍पताल में लावारिस शव को नोंच रहे थे कुत्‍ते, घटना जानकर रो पड़ेंगे आप

बिहार के पूर्णिया के एक अस्‍पताल में एक महिला का शव 24 घंटे से अधिक पड़ा रहा। प्रत्‍यक्षदर्शियों के अनुसार इस बीच उसे कुत्‍ते व अन्‍य जानवर नोंचते दिखे।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 08:31 AM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 10:20 PM (IST)
मानवता शर्मसार: अस्‍पताल में लावारिस शव को नोंच रहे थे कुत्‍ते, घटना जानकर रो पड़ेंगे आप
मानवता शर्मसार: अस्‍पताल में लावारिस शव को नोंच रहे थे कुत्‍ते, घटना जानकर रो पड़ेंगे आप

पूर्णिया [जेएनएन]। बिहार के एक और अस्‍पताल में मानवता शर्मसार हुई है। घटना भी ऐसी कि जानकार आप अपने आंसू नहीं रोक पाएंगे। गुरुवार को सूबे के सबसे बड़े अस्‍पताल पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल (पीएमसीएच) में विश्‍व प्रसिद्ध गणितज्ञ वशिष्‍ठ नरायण सिंह के शव को अस्‍पताल के बाहर स्‍ट्रेचर पर रख निकाल दिया गया था। इसी दौरान पूर्णिया में सदर अस्‍पताल परिसर में एक महिला की लावारिस लाश को कुत्‍ते नोंचते दिखे।

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24 घंटे से अधिक पड़ा रहा शव, नोंचते दिखे जानवर 

मिली जानकारी के अनुसार पूर्णिया के अस्पताल परिसर में आइसोलेशन वार्ड के पास एक महिला का लावारिस शव 24 घंटे से अधिक समय तक पड़ा रहा। इस बीच अस्पताल प्रशासन ने उसका कोई संज्ञान नहीं लिया। लोगों का कहना है कि शव को कुत्‍तों सहित अन्‍य जानवरों ने भी नोंचा। अस्‍पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों ने बताया कि कुत्‍तों ने शव के दोनों हाथ काट खाए तथा शरीर के अन्‍य भागों का भी निवाला बनाया।

पुलिस ने कराया अंतिम संस्‍कार

मामले ने जब तूल पकड़ा तो अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची खजांची हाट की पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराए या लांच किए बिना अंतिम संस्कार का निर्देश दे दिया। पुलिस ने इसे सामान्य मौत बताते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।

अस्‍पताल का जानवरों के नोंचने से इनकार

इस बाबत अस्पताल अधीक्षक डॉ. इंद्र नारायण ने कहा कि महिला को गंभीर हालत में अस्‍पताल लाया गया था। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। उसको भर्ती भी नहीं किया जा सका था। घटना के बाद सुबह पुलिस को सूचना दी गई थी। उन्‍होंने शव को जानवरों द्वारा नोंचने की बात से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा महिला के घाव के कारण लोग ऐसा कह रहे हैं। हालांकि, खुले अस्‍पताल परिसर में जानवरों के आने से वे इनकार नहीं कर सके।


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