Move to Jagran APP

शराबबंदी की सौ कहानियां सुनेगा बिहार

शराबबंदी के बाद बिहार में आई खुशहाली की सौ कहानियां बिहार वासियों को सुनाई जाएंगी और हर घर को शराबबंदी से होने वाले फायदे कहानियों, नाटकों और गीतों के माध्यम से बताए जाएंगे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 18 Oct 2016 08:40 AM (IST)Updated: Tue, 18 Oct 2016 07:33 PM (IST)
शराबबंदी की सौ कहानियां सुनेगा बिहार

पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार में शराब पर पूरी तरह रोक के बाद परिवारों में लौटी खुशहाली की सौ कहानियों से बिहार का हर नागरिक परिचित होगा। इसके साथ ही बिहार की हर पंचायत के दो-दो सौ घरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपील भी जाएगी। जिसके जरिए लोगों से आग्रह होगा कि वे शराब के नुकसान को पहचानें और इसे न कहने की आदत डालें।

loksabha election banner

सोमवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में उक्त फैसले लिए गए। कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार होने के बाद इसके उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री से समय लिया जाएगा।

11 सौ किमी लंबी बनेगी मानव श्रृंखला

आज की बैठक में यह फैसला हुआ कि शराबबंदी कानून के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए जनवरी में जागरूकता अभियान के दूसरे चरण के प्रारंभ होने के साथ तकरीबन ग्यारह सौ किमी लंबी मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा। श्रृंखला बांगला देश द्वारा कभी बनाई गई 1052 किमी से लंबी होगी। इसके साथ ही सौ ऐसी कहानियों का चयन भी किया गया है। ये वे कहानियां हैं जो शराबबंदी के बाद जन्मी और इनमें परिवार में लौटी खुशियों का जिक्र होगा।

मार्च में होगा सिग्नेचर कैंपेन का आयोजन

अभियान के अगले चरण में मार्च महीने में पूरे बिहार में सिग्नेचर कैंपेन का आयोजन किया जाएगा। बिहार के सभी जिलों में 20 मीटर लंबे कैनवास पर आम अवाम और उस क्षेत्र के विधायक सांसद शराबबंदी कानून के पक्ष में हस्ताक्षर करेंगे और यदि कोई सुझाव उनके पास हुआ तो उसे भी उसमें दर्ज करेंगे।

नए नाटक, गीत गूंजेंगे और रचे जाएंगे नए नारे

आज की बैठक में मुख्य सचिव ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि दूसरे चरण के जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य संसाधन समूह की मदद से नए नाटक लिखे जाएं, गीतों की रचना कराई जाए तथा नारे लिखे जाएं।

पढ़ेंः जदयू महाधिवेशन में एलान, नीतीश बिहार नहीं पूरे देश की जरूरत इसके साथ ही यह फैसला भी हुआ कि बिहार की सभी 8439 पंचायतों के दो-दो सौ तकरीबन 17 लाख घरों में शिक्षा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री की अपील लेकर जाएं तथा उन्हें शराब से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं। ढ़ेंः दलित अल्पसंख्यक सम्मेलन में बोले गुलाम नबी, दंगे कराकर शोर मचाती BJP

बैठक में शामिल हुए कई विभागों के अधिकारी

आज की बैठक में शिक्षा सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव के साथ ही उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, जीविका के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी बाला मुरुगन डी, जनशिक्षा निदेशक विनोद नंद झा, सहायक निदेशक मो. गालिब, ओमप्रकाश, कई साहित्यकार, रंगकर्मी तथा राज्य संसाधन समूह के कार्यकर्ता शामिल हुए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.