आरा के अस्पताल में नेशनल महिला खिलाड़ी से की थी गंदी हरकत, कंपाउंडर को पांच साल की जेल
बिहार के भोजपुर जिले के उदवंंतनगर थाना के जीरो माइल स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती नाबालिग नेशनल हैंडबॉल खिलाड़ी से छेड़खानी करना एक कंपाउंडर को महंगा पड़ गया। नाबालिग से छेड़खानी करने के मामले में न्यायालय ने आरोपित को पांच वर्ष के सश्रम कैद की सजी सुनाई है।
आरा, जागरण संवाददाता। Crime in Bihar: बिहार के भोजपुर जिले के उदवंंतनगर थाना के जीरो माइल स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती एक नाबालिग नेशनल हैंडबॉल खिलाड़ी से छेड़खानी करना एक कंपाउंडर को महंगा पड़ गया। नाबालिग से छेड़खानी करने के मामले में षष्टम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह पास्को के विशेष न्यायाधीश बीएस मेहरोत्रा ने आरोपित कंपाउंडर सूर्यकांत वर्मा को पांच वर्ष के सश्रम कैद की सजी सुनाई है। इसके अलावा अर्थदंड भी लगाया गया है। उसे वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सजा सुनाई गई। सजा पाने वाला कंपाउंडर आरा नवादा थाना के गोढ़ना रोड, गौतम नगर का निवासी है। इस मामले में अभियोजन की ओर विशेष लोक अभियोजक सरोज कुमारी ने बहस की।
जख्मी हालत में हुई थी निजी अस्पताल में भर्ती
बताया जा रहा है कि जगदीशपुर थाना क्षेत्र की एक गांव रहने वाली एक नबालिग नेशनल खिलाड़ी अपने घर के छत से अचानक गिर कर बुरी तरह जख्मी हो गई थी। उसे इलाज के लिए परिजनों ने आरा जीरो माइल स्थित एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। छह अगस्त 2019 को डॉक्टर ने उसे आइसीयू में भर्ती किया था। आठ अगस्त 2019 की रात्रि में उसके साथ कंपाउंडर ने छेड़खानी की थी। इसको लेकर थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी। इस दौरान घटना को लेकर हंगामा भी हुआ था।
चार गवाहों की हुई गवाही
अभियोजन की ओर से चार गवाहों की गवाही कोर्ट में हुई थी। सजा के बिंदु पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने पॉस्को की धारा 10 व भादवि की धारा 354 के तहत दोषी पाते हुए उक्त आरोपी को पांच-पांच वर्ष के सश्रम कैद व पांच-पांच हजार रुपया अर्थदण्ड की सजा सुनाई।
मसाज के बहाने की थी गंदी हरकत
घटना की रात जख्मी नबालिग खिलाड़ी जब अस्पताल में अपने बेड पर सोई हुई थी तभी कंपाउंडर ने चिकित्सकीय परामर्श का बहाना बना कर लड़की के साथ यौन छेड़छाड़ करने लगा था। जब पीड़िता ने इसका विरोध किया था तो उसने मसाज के जरिये पीड़ा कम करने की बात कही थी। इसके साथ ही वह गंदी हरकतें करने लगा। पीड़ित नाबालिग खिलाड़ी ने जब विरोध किया ता तो आरोपित स्वास्थ्य कर्मी वहां से भाग गया था।
मामले को रफा-दफा करना चाहता था अस्पताल प्रशासन
इधर, पीड़ित लड़की ने जब अपने साथ हुई आप बीती जब परिजनों से बताई थी तो उनके होश उड़ गए थे । परिजनों ने इसकी शिकायत अस्पताल के कर्मियों से की, लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उस आरोपित पर कोई कार्रवाई न करते हुए मामले को रफा-दफा करने की सलाह दे डाली थी। इससे नाराज परिजनों ने इसकी तत्काल सूचना उदवंतनगर थाना पुलिस को दी थी। थानाध्यक्ष संजय सिन्हा मौके पर पहुंचे थे और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।