अपहरण का केस होने के बाद लड़की गई थाने, पीछे से पहुंचा प्रेमी, नालंदा पुलिस ने किया यह काम
नालंदा के इस्लामपुर थाना क्षेत्र से एक प्रेमी युगल फरार हाे गया। इसके बाद लड़की के स्वजनों ने प्रेमी पर अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करा दी। खबर मिलने पर लड़की हिम्मत कर थाने पहुंच गई। इसके बाद पुलिस की बारी थी।
इस्लामपुर (नालंदा), संवाद सूत्र। पिता ने पुत्री की अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई, लेकिन मामला प्रेम प्रसंग का निकला। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पहले प्रेमिका थाने पहुंची, पीछे से प्रेमी भी आया। दोनों ने पुलिस के सामने खुद को बालिग बताया। कहा कि साथ जीने-मरने की कसमें खाई हैं। अलग नहीं रहेंगे। सारी स्थिति जानकर पुलिस ने दोनों के स्वजनों को थाने बुलाया, समझाया और वहीं मंदिर में दोनों की शादी करा दी।मामला इस्लामपुर थाने का है। पुलिस की मदद से प्रेमी जोड़े की मोहब्बत परवान चढ़ गई। प्रेमी और प्रेमिका एक-दूसरे के होने में कामयाब हो गए।
स्वजन नहीं हुए राजी तो दोनों हो गए फरार
बता दें कि हुलासगंज थाना क्षेत्र के बौरी खुदौरी गांव के नीतीश कुमार का दिल इस्लामपुर थाना क्षेत्र के राणा प्रताप नगर मोहल्ले की एक लड़की पर आ गया। लड़की भी नीतीश को चाहने लगी। पिछले तीन सालों से दोनों के बीच प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों ने अपनी शादी की बात कही लेकिन दोनों में से किसी के परिवार के लोग शादी के पक्ष में नहीं थे। प्रेम की आग दोनों तरफ लगी थी। लिहाजा, प्रेमी जोड़ा घर से भाग निकला। लगा कि घर से बाहर उन्हें आजादी मिल जाएगी। लेकिन दोनों के घर से भागने के बाद मामला बिगड़ गया।
लड़की पहुंची थाने, पीछे से पहुंचा नीतीश
लड़की के पिता ने थाने में नीतीश कुमार के खिलाफ लड़की को भगाकर ले जाने की प्राथमिकी दर्ज करा दी। पुलिस प्रेमी जोड़े को तलाशने लगी। इसकी खबर मिलने पर नीतीश और उसकी प्रेमिका दोनों परेशान हो उठे। आखिरकार, लड़की ने हिम्मत दिखाई और पहुंच गई इस्लामपुर थाना। पीछे-पीछे प्रेमी नीतीश भी थाना पहुंचा। दोनों ने पुलिस के सामने खुद को बालिग बताते हुए शादी करने की इच्छा जाहिर की। अब बारी पुलिस की थी। कि लड़के को अपहरण के आरोप में जेल भेजे या फिर कुछ और।
पुलिस की पहल पर मान गए दोनों परिवार के लोग
यहां पुलिस ने समझदारी दिखाई। मानवीय पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने शनिवार देर संध्या को दोनों के स्वजनों को थाना बुलाया। दोनों परिवार के लोगाें को समझाया कि वे दोनों बालिग हैं। दोनों एक-दूसरे को चाहते हैं तब उनकी शादी करवा दीजिए। पुलिस के समझाने पर दोनों के परिवार वाले भी रजामंद हो गए। इसके बाद हमेशा अपराध पर लगाम और अपराधियों की धड़पकड़ में रहने वाली पुलिस की मौजूदगी में थाना परिसर का मंदिर ही मंडप बन गया। वहां दोनों की शादी करा दी गई। मौके पर इस्लामपुर थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, पंडित अभिनव कुमार पांडे,अमित कुमार, मोहित पांडे सहित दर्जनों लोग शामिल हुए।