पटना में एक मंच पर दिखे मांझी-तेजस्वी, केंद्र व नीतीश सरकार पर चलाये शब्दवाण
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के गरीब महासम्मेलन में विपक्षी महागठबंधन ने अपनी ताकत दिखाई। जीतनराम मांझी के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंच साझा किया।
पटना [राज्य ब्यूरो]। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) रविवार को गांधी मैदान में 'गरीब महासम्मेलन' किया। राजग से अलग होकर महागठबंधन से हाथ मिलाने के बाद 'हम' का यह पहला महासम्मेलन था। इसके बहाने पार्टी अपनी सियासी ताकत दिखाने की कोशिश की। 'हम' के इस कार्यक्रम में पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी शिरकत की। महासम्मेलन में राजद व कांग्रेस के नेता शामिल हुए।
हालांकि, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी व सदानंद सिंह बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के आज आगमन को लेकर व्यस्तता के कारण महासम्मेलन में शामिल नहीं हो पाये। इस महासम्मेलन को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है।
महासम्मेलन को संबोधित करते हुए हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर लालू जी को फंसाया गया है। केंद्र सरकार जातीय जनगणना को सार्वजनिक कर आबादी के हिसाब से आरक्षण लागू करे। यदि आवश्यकता हो तो इसके लिए संविधान में संशोधन किया जाये। जो लोग आरक्षण की बदौलत नौकरी पाये हैं, उन्हें प्रमोशन में भी आरक्षण मिले।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किया। कहा कि नीतीश कुमार आरक्षण विरोधियों और मनुवादियों की गोद मे झूला झूल रहे हैं। वे घाट-घाट का पानी पी चुके हैं और पाला बदलने में माहिर हैं। बीजेपी के साथ भी बहुत ज्यादा दिन नही रहने वाले नही हैं।
आगे कहा कि केंद्र सरकार मुकदमा के जरिये लालू जी और हमारे परिवार को डरने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, हमलोग डरने वाले नहीं हैं। नीतीश ने बीजेपी से डर कर समझौता कर लिया है। अगर हम भी ऐसा करते तो हम भी सीएम होते।
सभी जातियों के गरीबों का सम्मेलन
सम्मेलन से पूर्व जीतनराम मांझी ने कहा कि यह महासम्मेलन सिर्फ दलितों का नहीं है, बल्कि सभी जाति एवं धर्म के गरीबों का है। अपने मुख्यमंत्री काल में लिए गए 34 निर्णयों को लागू कराना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
बनेगी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और कॉओर्डिशन कमेटी
मांझी ने कहा कि राजग में साढ़े तीन साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम एवं कॉओर्डिनेशन कमेटी नहीं बन सकी, जबकि महागठबंधन में इस माह तक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम और कॉओर्डिशन कमेटी बन जाएगी। इस मसले पर राजद, कांग्रेस और हम में सहमति बन चुकी है।
भारत बंद के दौरान तोडफ़ोड़ के लिए भाजपा जिम्मेदार
मांझी ने भारत बंद के दौरान तोडफ़ोड़ के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अगर केन्द्र सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर कर देती तो एससी और एसटी सड़क पर नहीं उतरते। केन्द्र सरकार से आरक्षण के कोटे को बढ़ाने और राज्यसभा एवं विधान परिषद में भी आरक्षण लागू करने की मांग की।
शराबबंदी के नाम पर दलितों-गरीबों को परेशान कर रहे नीतीश
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी शराबबंदी का समर्थन करती है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी के नाम पर सिर्फ दलितों एवं गरीबों को परेशान कर रहे हैं।