किले के खंडहर से रुका गंगा पाथ-वे का कनेक्शन
पटना सिटी : गंगा विकास परियोजना अन्तर्गत सिटी अनुमंडल के राजा घाट से लेकर गांधी मैदान स्थित
पटना सिटी : गंगा विकास परियोजना अन्तर्गत सिटी अनुमंडल के राजा घाट से लेकर गांधी मैदान स्थित समाहरणालय घाट के बीच 16 गंगा घाटों का निर्माण अंतिम चरण में है। करीब 6.5 किलोमीटर की दूरी में बने इन घाटों को गंगा पाथ-वे से जोड़ने में किले का खंडहर अडंगा बन गया है। तीन जगहों पर आई इस समस्या को दूर करने के लिए निर्माण एजेंसी बुडको ने मंत्रालय को पत्र लिख का प्रस्ताव भेजा है।
प्रोजेक्ट निदेशक संदीप कुमार ने शुक्रवार को बताया कि जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री उमा भारती शनिवार की दोपहर एनआइसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगी। गंगा तट पर लटके किले के खंडहर से उत्तर की ओर गंगा में आगे बढ़ा कर पाथ-वे का निर्माण करने का प्रस्ताव भेज निर्माण एजेंसी ने मंत्रालय से स्वीकृति मांगी है।
निदेशक प्रोजेक्ट ने बताया कि गंगा पाथ-वे को जोड़ने का काम तीन जगहों पर रुक गया है। आलमगंज स्थित मस्जिद घाट से घग्घा घाट, रौशन घाट से चौधरी टोला घाट तथा चौधरी टोला से पत्थरी घाट के बीच किले पाथ-वे जोड़ने में समस्या आई है। वहां पर वाटर मिक्सिंग प्लांट लगा कर छोड़ दिया गया है। केन्द्रीय मंत्री की रजामंदी मिलते ही निर्माण कार्य आरंभ कर पाथ-वे को जोड़ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए तैयार हो चुके पाथ-वे को अंतिम रूप देने का काम भी फिलहाल रुका है। लगभग 254 करोड़ की राशि से इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में बुडको के अधीन कई कंपनी लगी है।
-छह घाटों पर पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण
निर्मित 16 घाटों में से छह घाटों के समीप पर्यटकों के लिए विशेष फीचर की व्यवस्था की जा रही है। राजाघाट पर गंगा संग्रहालय एवं ऑडियो-विजुअल थियेटर, गुलबी घाट के समीप विशेष सुविधा एवं व्यवस्था से सुसज्जित विद्युत शवदाह गृह, समाहरणालय घाट पर इको सेंटर, पटना कॉलेज घाट पर कैफे कम रीडिंग रूम, भद्रघाट पर सांस्कृतिक भवन विकसित किया जा रहा है। एक-दो घाटो पर विशेष आकर्षक के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रकिया जारी है।
-14 घाट मुकम्मल, केवल बिजली का काम बाकी
गंगा परियोजना अन्तर्गत बन रहे 16 घाटों में से 14 का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। टाइल्स, फ्लोर स्टोन, स्टील घेरा बनाने के साथ ही हाइमास्ट व लैम्प पोस्ट भी तैयार है। निदेशक प्रोजेक्ट संदीप कुमार ने बताया कि अंटा घाट का 70 फीसदी काम हो चुका है। बीएन कॉलेज का 70, अदालतगंज घाट का 40, मिश्री घाट का 70, टी एन बनर्जी घाट का 30, कृष्णा घाट का 40, बहरवा घाट का 85, रानी घाट 85, घग्घा घाट का 70, रौशन घाट का 30, चौधरी टोला घाट का 85, पत्थरी घाट का 70, आलमगंज मस्जिद घाट का 85, लोहरवा घाट का 75 एवं हनुमान घाट का 50 प्रतिशत काम हो चुका है। निदेशक ने कहा कि बिजली का काम होते ही 14 घाट नवंबर में छठ के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।