गणेश चतुर्थी पर भद्रा का साया, जानिए क्या हैं पूजा के श्रेष्ठ मुहूर्त
सोमवार को गणेश चतुर्थी के अवसर पर पूजा के श्रेष्ठ मुहूर्त का समय सीमित है। इस बार ऐसा भद्रा का साया पड़ने के कारण हुआ है।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 04 Sep 2016 08:18 PM (IST)Updated: Mon, 05 Sep 2016 10:20 PM (IST)
पटना [वेब डेस्क]। इस साल पांच सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है। ज्योतिषियों के अनुसार गणेश चतुर्थी को दिनभर भद्रा का साया रहेगा, इसलिए पूजन व मूर्ति स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त कम समय के लिए है।
भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को हुआ था। इसलिए, हर साल इस दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इसके बाद 10 दिन (अनन्त चतुर्दशी तक) भक्तिभाव से भगवान की पूजा की जाती है।
इस बार गणेश चतुर्थी पांच सितंबर को है। चतुर्थी चार सितंबर की शाम 6.54 बजे शुरू होकर पांच सितंबर को रात 9.11 बजे समाप्त होगी।
ये हैं शुभ मुहूर्त
विद्वानों के अनुसार मूर्ति स्थापना के लिए सुबह 6.15 बजे से 7.45 बजे तक अमृत के चौघड़यां मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ है। दोपहर 12.15 बजे से एक बजे तक अभिजीत मुहूर्त भी श्रेष्ठ रहेगा। गणेश पूजन का शुभ समय पांच सितंबर को 6.15 से 7.45 बजे तक तथा दोपहर 12.15 से 1 बजे तक रहेगा।
मिट्टी के गणेश को करें स्थापित
गणेश प्रतिमाओं का निर्माण नदी के पास मौजूद शुद्ध काली मिट्टी से किया जाना चाहिए। मिट्टी के गणपति विसर्जन से नदियां प्रदूषित नहीं होती।
ऐसे करें पूजा
भगवान गणेश की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह स्नान कर लाल रंग के कपड़े पहनें। पूजा करते समय मुंह पूर्व या उत्तर दिशा में रहे। सबसे पहले गणेश जी को पंचामृत और उसके बाद गंगाजल से स्नान कराएं। फिर, भगवान गणेश को चौकी पर लाल कपड़े पर बिठाएं। ऋद्धि-सिद्धि के रूप में दो सुपारी रखें। गणेश जी को सिंदूर लगाकर चांदी का वर्क लगाएं। लाल चंदन का टीका व अक्षत लगाएं।
यह मंत्र पढ़ें
ऊं वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ, निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें