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BJP MP के बयान पर बवाल, मंत्री ने कहा, नहीं मानेेंगे ऐसा कानून

भाजपा सांसद गोपाल नारायण सिंह के अल्पसंख्यकों को लेकर दिए गए एक बयान को लेकर विपक्ष हमलावर है। बिहार के एक मंत्री ने तो यहां तक कह दिया है कि वे ऐसे किसी कानून को नहीं मानेंगे।

By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 29 Jan 2017 01:06 PM (IST)Updated: Sun, 29 Jan 2017 09:17 PM (IST)
BJP MP के बयान पर बवाल, मंत्री ने कहा, नहीं मानेेंगे ऐसा कानून
BJP MP के बयान पर बवाल, मंत्री ने कहा, नहीं मानेेंगे ऐसा कानून

पटना [जेएनएन]। भाजपा के राज्यसभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने 4 शादी और 40 बच्चों की छूट पर रोक लगाने की मांग क्या की, राजनीति गरमा गई है। बयानबाजी बिहार में हो रही है, लेकिन निशाने पर यूपी का विधानसभा चुनाव है। भाजपा सांसद के बयान पर आज बिहार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने कहा कि उनका कानून आसमान से आया है, वे इसके खिलाफ कोई भी कानून नहीं मानने वाले।

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बिहार सरकार में मंत्री अब्दुल जलील मस्तान ने कहा कि उनका कानून आसमान से आया है। इसको कोई भी तोड़-मरोड़ नहीं सकता है। इसके खिलाफ किसी भी कानून को वे नहीं मानने जा रहे हैं।

मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के इस बयान पर पलटवार करते हुए बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा नेता डॉ. प्रेम कुमार ने इस बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मंत्री भी संविधान के दायरे में आते हैं।

माना जा रहा है कि भाजपा नेता के अल्पसंख्यकों के संबंध में इस बयान को विपक्ष यूपी विधानसभा चुनाव में भुनाने की कोशिश करेगा। हालांकि, भाजपा ने इसे निजी बयान कह किनारा कर लिया है।

भाजपा नेता के इस बयान से हुआ विवाद

- भाजपा सांसद गाेपाल नारायण सिंह ने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टियां वोट बैंक के स्वार्थ में बांगलादेश से आए लोगों को हिन्दुस्तानी बना रही हैं। वे लोग 4 बीबी और 40 बच्चों के नियम का पालन करते हैं, जिससे कई क्षेत्रों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं।

- उन्होंने कहा कि अकेले बिहार में ऐसे तीन से चार करोड़ बाहरी लोग हैं, जिनके पास न तो वीजा है और न ही पासपोर्ट। उनको को दी जाने वाली सुविधाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है।

- बिहार के सीमांचल की चर्चा करते हुए कहा कि यहां पहले हिन्दू बहुसंख्यक थे, लेकिन अब अल्पसंख्यक हो गए हैं।

- कहा कि सीमांचल के जिलों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गये हैं और वर्ग विशेष के लोग बहुसंख्यक हो गये हैं। सिविल लॉ से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।

- उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल बिहार की नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश, केरल और आंध्र प्रदेश में भी है।


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