Bihar Assembly Election: आज से ड्यूटी में अक्षमता के दावे की जांच शुरू, मजिस्ट्रेट व 12 डॉक्टर करेंगे जांच, बहाना करने वालों पर कार्रवाई
पटना में ड्यूटी में अक्षमता के दावे की जांच आज से शुरू हो गई है। चुनावी ड्यूटी को लेकर निर्वाचन आयोग सख्त है। यदि मधुमेह और उच्च रक्तचाप दवा से नियंत्रित हो रहा है तो ऐसे लोगों को चुनावी ड्यूटी से रियायत नहीं दी जाएगी।
पटना, जेएनएन। कोरोना काल में हो रहे विधानसभा चुनाव में अपनी ड्यूटी से बचने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी बीमारियों को आधार बना रहे हैं। ऐसे लोगों के दावे की जांच आज से मेडिकल बोर्ड करेगा। इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी के निर्देश पर एक मजिस्ट्रेट और 12 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जो लोग बीमारी के कारण चुनावी कार्य में अक्षम होंगे उन्हें इस कार्य से रियायत मिल जाएगी लेकिन बहाना करने वालों पर प्रशासन कार्रवाई की अनुशंसा करेगा।
दवा से बिमारी नियंत्रित तो चुनावी ड्यूटी से रियायत नहीं
डॉक्टरों के अनुसार यदि मधुमेह और उच्च रक्तचाप दवा से नियंत्रित हो रहा है तो ऐसे लोगों को चुनावी ड्यूटी से रियायत नहीं दी जाएगी। सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार जिलाधिकारी कार्यालय के निर्देशानुसार शनिवार से 3 मेडिकल बोर्ड के लिए 12 डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। वहां नियुक्त मजिस्ट्रेट के पास बीमारियों के आधार पर चुनावी कार्यों से मुक्ति के लिए जितने आवेदन आए होंगे , उसके अनुसार 3 से 4 बोर्ड बनाकर जांच की जाएगी। चुनावी ड्यूटी को लेकर निर्वाचन आयोग सख्त है। हाल में जिन लोगों के नाम चुनावी प्रशिक्षण में नहीं गए थे उनके वेतन भी रोक दिए गए थे।
मेडिकल बोर्ड के सामने प्रस्तुत होने के लिए दिए गए निर्देश
निर्वाचन आयोग ने सभी विभागों के कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वह चुनावी ड्यूटी से छूट के लिए आवेदन देने वाले कर्मचारियों को मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत करें। यदि कोई कर्मचारी बेड पर हो या अस्पताल में भर्ती हो तो कार्यालय में इस आशय का प्रमाण पत्र देंगे। विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के लिए जिला स्वास्थ्य समिति में आशा कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। एक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग की टीम आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही है।
पांच नामांकन केंद्रों पर तैनात रही तीन-तीन स्क्रीनिंग टीम
चुनाव में नामांकन के लिए बनाए गए पांच केंद्रों पर स्वास्थ विभाग ने कोरोना से बचाव के लिए स्क्रीनिंग कर इंतजाम किया है। हर केंद्र पर एक-एक टीम प्रवेश व निकासी द्वार पर और एक टीम रिटर्निंग अफसर के कक्ष के बाहर नियुक्त की गई है। सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि प्रवेश द्वार व रिटर्निंग अफसर कक्ष के बाहर तैनात टीम थर्मल स्क्रीनिंग के साथ मास्क पहनने का भी आग्रह करेगी।