पटना पर खतरा गहराया: बारिश से राहत, पर बाढ़ के पानी का बढ़ा दबाव; दाे रेलखंडों का परिचालन ठप
जलजमाव से जूझते पटना वासियों की नींद भारी बारिश के अलर्ट ने उड़ा दी है। इस बीच पुनपुन नदी का जल-स्तर लगातार बढ़ रहा है। क्या हैं हालात जानिए इस खबर में।
पटना [जेएनएन]। भारी जल जमाव से जूझ रहे पटना के सामने फिर नई मुसीबत खड़ी होती दिख रही है। पुनपुन नदी पर बना रिंग बांध टूट गया है। नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने का सिलसिला जारी है। दो रेलखंडों पर ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया है। हालांकि मौसम विभाग ने राहत भरी जानकारी दी है। पटना सहित राज्य के पांच जिलों में गुरुवार व शुक्रवार के लिए भारी बरिश का अलर्ट में नरमी आ गयी है। अब मौसम विभाग ने गुरुवार को नयी भविष्यवाणी में हल्की बारिश की आशंका जतायी है।
दो रेलखंडों पर ट्रेनाें पर परिचालन ठप
बाढ़ की वजह से पटना-गया रेलखंड तथा पटना-बख्तियारपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप हो गया है। जानकारी के अनुसार परसा इलाके में पुल संख्या 21 पर दबाव बढ़ गया है। वहीं बिहारशरीफ के बेना के पास पानी का दबाव पर रहा है। ऐसे में पानी के करंट को देखते हुए ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है।
पुनपुन के जलस्तर में वृद्धि, पलायन कर रहे लोग
पुनपुन नदी में जलस्तर बढऩे लगा है। नदी किनारे बसे कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। लगातार बढ़ रहे पानी से लोगों में दहशत व्याप्त है। गुरुवार की देर शाम तक जब कोई सरकारी मदद नहीं मिली तो ग्रामीण बांध को टूटने से बचाने के लिए खुद जुट गए। इसके पहले बकरपुर के नजदीक नदी पर बना रिंग बांध मंगलवार को टूट गया, जिससे आसपास के इलाकों में पानी फैल गया। बुधवार को भी रिंग बांध दो जगह टूट गया था, जिसे बांधने में भारी मशक्कत करनी पड़ी।
बांध पर पानी का भारी दबाब
पुनपुन के जलस्तर में वृद्धि के कारण रिंग बांध पर पानी का भारी दबाब है। पानी इसके ऊपर से बहने लगा है। अगर ऐसे ही हालात रहे तो पानी पटना सुरक्षा बांध पर दबाव बना देगा। हुआ तो पटना नगर पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगेगा।