Move to Jagran APP

9 बच्‍चों को कुचलने के आरोपी निलंबित भाजपा नेता मनोज बैठा ने किया सरेंडर

बिहार के मुजफ्फरपुर में नौ बच्‍चों को कुचलने के मामले में मुख्‍य अारोपी मनोज बैठा ने आत्‍मसमर्पण कर दिया है। उसे गंभीर चोट आयी है। पीएमसीएच में भर्ती करवाया गया है।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Wed, 28 Feb 2018 08:14 AM (IST)Updated: Wed, 28 Feb 2018 10:25 PM (IST)
9 बच्‍चों को कुचलने के आरोपी निलंबित भाजपा नेता मनोज बैठा ने किया सरेंडर

पटना [जागरण टीम]। बिहार के मुजफ्फरपुर के धरमपुर में चार दिन पहले बोलेरो से नौ मासूमों की मौत में आरोपित निष्कासित भाजपा नेता मनोज बैठा ने पुलिस की दबिश देख बुधवार तड़के एसएसपी विवेक कुमार के समक्ष समर्पण कर दिया। घायल होने के चलते पूछताछ के बाद कड़ी सुरक्षा में उसे सदर अस्पताल भेज दिया गया। वहां से डॉक्टरों ने पीएमसीएच रेफर कर दिया। फिलहाल पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है।
गौरतलब है कि शनिवार को मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी हाइवे पर मीनापुर प्रखंड के धरमपुर के समीप बोलेरो से कुचलकर नौ मासूमों की मौत हो गई थी। वहीं कई बच्चों समेत अन्य घायल हो गए थे। बोलेरो मनोज बैठा ही चला रहे थे। हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया था।
पीडि़त परिजनों के बयान पर मनोज के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। तभी से पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर सीतामढ़ी समेत कई जगहों पर छापेमारी कर रही थी। उसके घर व रिश्तेदारों पर पुलिस की दबिश बनी हुई थी। पुलिस ने इश्तेहार व कुर्की के लिए कोर्ट में अर्जी भी दाखिल की थी। इस बीच भाजपा ने हादसे में उसका नाम आने पर पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
डीएसपी पूर्वी गौरव पांडे ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मनोज ने देर रात एसएसपी कार्यालय में सरेंडर किया था। उसकी स्थिति को देखते हुए पीएमसीएच भेज दिया गया है। उसे गंभीर चोटें अायी है। सर और मुंह में काफी चोट है। फिलहाल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया है। कुछ समय बाद जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया जायेगा। मनोज बैठा के पीएमसीएच में भर्ती करवाये जाने के बाद सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई। भारी संख्‍या में पुलिस बल तैनात हैं। पीएमसीएच में पत्रकारों के सवाल पर मनोज बैठा ने बताया कि वह शराब नहीं पीता है। साथ ही कहा कि गाड़ी भी वह खुद ड्राइव नहीं कर रहा था। पिछले सीट पर बैठा हुआ था।

loksabha election banner

बता दें कि इस मामले में गंभीर रूप से घायल पीडि़ता का भी इलाज पीएमसीएच में ही चल रहा है। इस बाबत पीडि़तों के परिजन ने मनोज बैठा को उम्रकैद देने की मांग की है। कहा कि हमारे घर के चिराग बुझ गए हैं।

वहीं, तीन दिनों बाद मनोज बैठा के आत्‍मसमर्पण करने के बाद पुलिस प्रशासन पर काफी सवाल उठने खड़े हो गए हैं। आखिर नौ बच्‍चों की हत्‍या का मुख्‍य आरोपी पुलिस के शिकंजे में क्‍यों नहीं आया? तीन दिन बाद कहीं इसलिए तो आत्‍मसमर्पण नहीं किया गया कि शराब पीने के साक्ष्‍य दूर हो सकें? ऐसे कई सारे सवाल सामने आ रहे हैं, जिनका जवाब सामने आयेगा।

यह है मामला

मालूम हो कि शनिवार को मीनापुर के धरमपुर में उत्क्रमित मध्य विद्यालय के डेढ़ दर्जन बच्चों को तेज गति से आ रही बोलेरो ने रौंद दिया था। इसमें नौ बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि 10 अन्य घायल हो गए थे। घटना ने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी।

मामले में दर्ज प्राथमिकी में भाजपा नेता मनोज बैठा को आरोपित बनाया गया था। बोलेरो भी उसकी है। हादसे के समय भी बोलेरो उसके द्वारा ही चलाए जाने की बात कही जा रही है। आरोपित के भाजपा नेता होने के कारण मामले ने विपक्ष को मुद्दा दे दिया।

भाजपा से किया निलंबित

इस बीच भाजपा ने सड़क हादसे को लेकर विवादों में आए मनोज बैठा को पार्टी से निलंबित कर दिया है। सीतामढ़ी जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष सुबोध सिंह ने मनोज को छह वर्षों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया है। मनोज के खिलाफ की गई कार्रवाई से सीतामढ़ी जिलाध्यक्ष ने बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय को अवगत करा दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.