Move to Jagran APP

बिहार के पूर्व CM जीतनराम मांझी को चीनी भाषा में करना पड़ा ट्वीट, राष्ट्रपति से की जांच की मांग

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इंटरनेट मीडिया का सहारा लेकर समय-समय पर अपनी इच्छा जाहिर करते रहते हैं। मंगलवार को उन्हें चीनी भाषा में ट्वीट करना पड़ा। गया के छात्र की चीन में हत्या के मामले में उन्होंने जांच की मांग की है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 05:47 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 05:47 PM (IST)
बिहार के पूर्व CM जीतनराम मांझी को चीनी भाषा में करना पड़ा ट्वीट, राष्ट्रपति से की जांच की मांग
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी। जागरण आर्काइव।

जागरण टीम, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इंटरनेट मीडिया का सहारा लेकर समय-समय पर अपनी इच्छा जाहिर करते रहते हैं। मंगलवार को उन्हें चीनी भाषा में ट्वीट करना पड़ा। पहले उनके ट्वीट को कोई समझ नहीं पाया कुछ ही देर में उन्होंने ट्वीट को हिंदी भाषा में भी पोस्ट किया। बिहार के गया निवासी अमन नागसेन की चीन में मौत के मामले में मांझी ने ट्वीटकर उच्च स्तरीय जांच के साथ शव भारत भेजने की मांग की है।

loksabha election banner

हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने इस संबंध में मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा कि चीन के तियानजिन फारेन स्टडीज यूनिवर्सिटी के छात्र नागासन अमन की हत्या कर दी गई। अमन भगवाव बुद्ध की भूमि गया का रहने वाला था। मांझी ने कहा कि मैं चीनी राष्ट्रपति से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और अमन के शव को भारत भेजने का आग्रह करता हूं। 

गया के छात्र की चीन में हुई थी मौत

बता दें कि अमन नागसेन गया स्थित पुलिस लाइन के अंबेडकर नगर मोहल्ले के रहने वाले थे। वह दो साल से पूर्वी चीन के तियान जिन यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल बिजनेस स्टडी की पढ़ाई कर रहे थे। अमन विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहते थे। पिछले महीने की 30 जुलाई को परिजनों को वहां से फोन पर सूचना मिली कि अमन की मौत हो गई है।

पेगासस जांच को मांझी का समर्थन

हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी पेगासस जासूसी मामले में जदयू के सुर से सुर मिलाते हुए इसकी जांच की मांग की है। मांझी ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'अगर विपक्ष किसी मामले की जांच की मांग कर लगातार संसद का काम प्रभावित कर रहा तो यह गंभीर मामला है। मुझे लगता है वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर पेगासस जासूसी मामले की जांच करा लेनी चाहिए। जिससे देश को पता चल पाए कि कौन किन लोगों की जासूसी करवा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.