पांच आयुर्वेदिक कॉलेजों में नियुक्त होंगे 84 डॉक्टर
पटना । राज्य के पांच आयुर्वेदिक कॉलेजों में जल्द ही
पटना । राज्य के पांच आयुर्वेदिक कॉलेजों में जल्द ही 84 डॉक्टर नियुक्ति होंगे। इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) में वैकेंसी भेजी है। 84 वैद्यों की नियुक्ति होने पर कॉलेजों में पठन-पाठन एवं रिसर्च में काफी मदद मिलेगी। इनमें से 20 डॉक्टर राजधानी के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में नियुक्त होंगे। शेष राज्य के अन्य आयुर्वेदिक कॉलेजों में बहाल होंगे।
राजधानी के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि सूबे में एकमात्र राजधानी में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बच गया है। शेष चार कॉलेज बंद हैं। इनमें भी डॉक्टरों की कमी महसूस की जा रही है। वर्तमान में कॉलेज में 50 वैद्य हैं। 20 और डॉक्टरों की जरूरत है। इनकी नियुक्ति होने के बाद कॉलेज के पठन-पाठन को सुधारने में काफी मदद मिलेगी। यहां पर शिक्षकों के अभाव में मात्र दो विभागों में पीजी की 8 सीट निर्धारित हैं।
कॉलेज में बढ़ सकती हैं पीजी की 24 सीटे
राजधानी के राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में 20 वैद्यों की नियुक्ति होने पर कॉलेज के छह विभागों में 24 सीटों पर पीजी की पढ़ाई शुरू हो सकती है। कॉलेज प्रशासन ने प्रस्ताव सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसीन को भेजा है। काउंसिल की टीम कॉलेज का निरीक्षण के बाद पीजी सीटों का निर्धारण करेगी। कॉलेज में सीटों का निर्धारण 1980 में हुआ था। उसके बाद से राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में सीटों का निर्धारण नहीं हुआ है। उस समय कॉलेज में डॉक्टरों की काफी कमी थी। इसलिए काउंसिल ने पीजी में नामांकन बंद कर दिया था। वर्तमान में सरकार की पहल पर कॉलेज में सीटें बढ़ने की उम्मीद जगी है।