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कुशवाहा के खिलाफ प्राथमिकी, आमरण अनशन को ले तेजस्‍वी समेत महागठबंधन के नेताओं से मिले

ष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। बगैर अनुमति के खिलाफ निकाला मार्च। जानें मामला।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Sun, 24 Nov 2019 05:41 PM (IST)Updated: Sun, 24 Nov 2019 10:35 PM (IST)
कुशवाहा के खिलाफ प्राथमिकी, आमरण अनशन को ले तेजस्‍वी समेत महागठबंधन के नेताओं से मिले
कुशवाहा के खिलाफ प्राथमिकी, आमरण अनशन को ले तेजस्‍वी समेत महागठबंधन के नेताओं से मिले

पटना, जेएनएन। FIR lodged against Upendra Kushwaha at Bihta Police Station in Patna : राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी पटना से सटे बिहटा थाने में दर्ज कराई गई है। इसमें कुशवाहा समेत 500 लोगों को अभियुक्‍त बनाया गया है। थानेदार ने प्राथमिकी दर्ज कराकर अपने बयान में उपेंद्र कुशवाहा पर बगैर अनुमति के मार्च निकालने का आरोप लगाया है।

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बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा आगामी 26 नवंबर से शिक्षा में सुधार की मांग को लेकर भूख हड़ताल करने वाले हैं। इसे लेकर वे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इतना ही नहीं, महागठबंधन में शामिल वरीय नेताओं से लगातार मुलाकात भी कर रहे हैं। इसी क्रम में वे शनिवार को कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) से मिले, जबकि रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव, हिंदुस्‍तानी अवाम माेर्चा (HAM) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) तथा विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) से उन्‍होंने मुलाकात की। 

बताया जाता है कि उपेंद्र कुशवाहा ने भूख हड़ताल (Hunger Strike) को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए बिहटा गए हुए थे। गुरुवार को कुशवाहा ने बिहटा में प्रतिशोध मार्च निकाला। मार्च में उपेंद्र कुशवाहा के अलावा मुखिया संघ के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह सहित अन्‍य लोग शामिल हुए। लेकिन उन्‍होंने मार्च की अनुमति प्रशासन से नहीं ली थी। इसी पर उनके खिलाफ शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गई।

इस संबंध में थानाध्यक्ष अवधेश कुमार झा ने बताया कि मुखिया संघ अध्यक्ष देवेंद्र सिंह को इस मार्च के लिए एसडीओ के पास आवेदन देकर अनुमति लेने की बात कही गई थी, लेकिन उन्होंने बगैर अनुमति के डोमनिया पुल से लेकर बिहटा चौराहा तक मार्च निकालकर जाम लगा दिया, जो नियम के विरुद्ध है। इसी मामले में इनलोगों के खिलाफ मामला दर्ज की गई है। 

इधर, उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव, पूर्व मुख्‍यमंत्री जीतनराम मांझी तथा विकासशील इंसान पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष मुकेश सहनी से मुलाकात की। इसके पहले शनिवार को कुशवाहा ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से भेंट की थी। बताया जाता है कि कुशवाहा ने बिहार महागठबंधन में शामिल तमाम घटक दलों के नेताओं को भूख हड़ताल में शामिल होने का न्‍यौता दिया और सहयोग मांगा। इसके अलावा नेताओं से कई अन्‍य बिंदुओं पर बात हुई। 


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