नीतीश के MLA पर 50 लाख रंगदारी मांगने का आरोप, तेजस्वी बोले: JDU की गुंडई उजागर
जदयू विधायक पप्पू पांडेय ने एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यकारी निदेशक से 50 लाख की रंगदारी मांगी है। उधर, तेजस्वी यादव ने इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया है।
By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 09:54 PM (IST)Updated: Thu, 29 Nov 2018 10:48 AM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार में सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के गोपालगंज से विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में एफआइआर दर्ज करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया है। जायसवाल के अनुसार विधायक ने रुपये नहीं मिलने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अब मुख्यमंत्री कुमार के दल का असली गुंडई चरित्र खुलकर जनता के सामने आ रहा है। हालांकि, विधायक ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
घर पर बुलाकर मांगे 50 लाख
पटना के कोतवाली थाने के नजदीक उदय गिरि अपार्टमेंट के निवासी व साज इंफ्राकॉन प्रोजेक्ट सड़क निर्माण कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल ने आरोप लगाया है कि विधायक ने उन्हें शास्त्री नगर स्थित एमएलए फ्लैट संख्या 81/40 पर बुलाकर गोपालगंज में सड़क निर्माण का काम शुरू करने के एवज में रंगदारी मांगी। उनके अनुसार घटना 17 नवंबर की है। इसे लेकर उन्होंने बुधवार को शास्त्रीनगर थाने में एफआइआर का आवेदन दिया।
जायसवाल के अनुसार 17 नवंबर को दो अलग- अलग नंबरों से उनके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना परिचय गोपालगंज विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के चालक पंडित जी के रूप में दिया और कहा कि विधायक जी ने आवास पर बुलाया है। आप उनके मोबाइल पर संपर्क कर लें।
कहा: रुपये दो वरना कर देंगे हत्या
विधायक से मोबाइल नंबर पर संपर्क करने के बाद जायसवाल उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। इसके बाद विधायक ने धमकी भरे लहजे में बात की। इस दौरान उनसे कहा गया कि गोपालगंज में सड़क निर्माण का काम करने के बदले 50 लाख रुपये दो वरना जान से हाथ धोना पड़ेगा।
पहले भी दे चुके 20 लाख
जायसवाल ने पुलिस को देर से सूचना देने का कारण मानसिक तनाव को बताया। कहा कि वे पहले भी पार्टी फंड और रंगदारी के नाम पर विधायक को 20 लाख रुपये दे चुके हैं। अब उन्हें जान का खतरा महसूस हो रहा है। उनसे सरकारी अंगरक्षक भी छीन लिया गया है।
तेजस्वी का ट्वीट: यही है क्राइम और करप्शन के समझौता नहीं करने का दावा
घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बेशर्मी छोड़ कार्रवाई करनी चाहिए। नीतीश कुमार का पाला हुआ बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडे सरेआम कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी को हत्या की धमकी देकर टेंडर का साढ़े तीन प्रतिशत और 50 लाख रंगदारी की मांग कर मुख्यमंत्री के कथित क्राइम और करप्शन के समझौता नहीं करने के दावे की धज्जियां उड़ा रहा है।
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि नीतीश कुमार के दल का असली गुंडई चरित्र खुलकर जनता के सामने आ रहा है। अब जल्दी से अपने गुंडे विधायक पर एफआइआर करवाइये, नहीं तो आपको छुपने नहीं दूंगा। ऐसे ही मुज़फ्फरपुर दुष्कर्म कांड में मुंह छिपाते घूम रहे थे। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को अंतरात्मा बाबू संबोधित करते हुए कहा कि अब वे अपने विधायक को जेल में डलवाएं।
घर पर बुलाकर मांगे 50 लाख
पटना के कोतवाली थाने के नजदीक उदय गिरि अपार्टमेंट के निवासी व साज इंफ्राकॉन प्रोजेक्ट सड़क निर्माण कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल ने आरोप लगाया है कि विधायक ने उन्हें शास्त्री नगर स्थित एमएलए फ्लैट संख्या 81/40 पर बुलाकर गोपालगंज में सड़क निर्माण का काम शुरू करने के एवज में रंगदारी मांगी। उनके अनुसार घटना 17 नवंबर की है। इसे लेकर उन्होंने बुधवार को शास्त्रीनगर थाने में एफआइआर का आवेदन दिया।
जायसवाल के अनुसार 17 नवंबर को दो अलग- अलग नंबरों से उनके मोबाइल पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना परिचय गोपालगंज विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के चालक पंडित जी के रूप में दिया और कहा कि विधायक जी ने आवास पर बुलाया है। आप उनके मोबाइल पर संपर्क कर लें।
कहा: रुपये दो वरना कर देंगे हत्या
विधायक से मोबाइल नंबर पर संपर्क करने के बाद जायसवाल उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। इसके बाद विधायक ने धमकी भरे लहजे में बात की। इस दौरान उनसे कहा गया कि गोपालगंज में सड़क निर्माण का काम करने के बदले 50 लाख रुपये दो वरना जान से हाथ धोना पड़ेगा।
पहले भी दे चुके 20 लाख
जायसवाल ने पुलिस को देर से सूचना देने का कारण मानसिक तनाव को बताया। कहा कि वे पहले भी पार्टी फंड और रंगदारी के नाम पर विधायक को 20 लाख रुपये दे चुके हैं। अब उन्हें जान का खतरा महसूस हो रहा है। उनसे सरकारी अंगरक्षक भी छीन लिया गया है।
तेजस्वी का ट्वीट: यही है क्राइम और करप्शन के समझौता नहीं करने का दावा
घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया कि अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बेशर्मी छोड़ कार्रवाई करनी चाहिए। नीतीश कुमार का पाला हुआ बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडे सरेआम कंस्ट्रक्शन कंपनी के एमडी को हत्या की धमकी देकर टेंडर का साढ़े तीन प्रतिशत और 50 लाख रंगदारी की मांग कर मुख्यमंत्री के कथित क्राइम और करप्शन के समझौता नहीं करने के दावे की धज्जियां उड़ा रहा है।
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि नीतीश कुमार के दल का असली गुंडई चरित्र खुलकर जनता के सामने आ रहा है। अब जल्दी से अपने गुंडे विधायक पर एफआइआर करवाइये, नहीं तो आपको छुपने नहीं दूंगा। ऐसे ही मुज़फ्फरपुर दुष्कर्म कांड में मुंह छिपाते घूम रहे थे। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को अंतरात्मा बाबू संबोधित करते हुए कहा कि अब वे अपने विधायक को जेल में डलवाएं।
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