शहरी क्षेत्र में ज्यादा सता रहा डर, अनलॉक-01 के साथ कोरोना को भूल जाना खतरनाक
पटना के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले तेजी से कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। अबतक पटना जिले में कुल 539 लोग कोरोना की जद में आ चुके हैं।
पटना, जेएनएन। मास्क पहनने और हैंड सैनिटाइजेशन में लापरवाही से जिले के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले तेजी से कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। अबतक पटना जिले में कुल 539 लोग कोरोना की जद में आ चुके हैं। इनमें 65 फीसद से अधिक यानी 343 लोग शहरी क्षेत्र के हैं। जिले के 23 प्रखंडों में कुल 184 लोगों की ही रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
अनलॉक-01 के साथ कोरोना को भूल जाना खतरनाक
सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने बताया कि अनलॉक-01 में मिली छूट के दौरान बताई गई सावधानियों को भूलना भी एक बड़ा कारण है। लोगों को चाहिए कि वे बाहर जाने के दौरान मास्क, सैनिटाइजर, फिजिकल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का तो सख्ती से पालन करें। देखा जा रहा कि राजधानी के कई स्थानों पर लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
भीड़ में घुसने से बेहतर है जगह मिलने का करें इंतजार
कोरोना काल में जल्दबाजी के कारण भीड़ में घुसकर पहले अपना काम कराने की हड़बड़ी न दिखाएं। रोजमर्रा की खरीदारी व अन्य काम करने के लिए पर्याप्त समय लेकर जाएं। 80 प्रतिशत से अधिक लोगों में फ्लू जैसे लक्षण बुखार, सर्दी-खांसी आदि नहीं दिखते, इसलिए हर बाहरी व्यक्ति को आशंकित मानते हुए सावधानी बरतना बेहतर होगा।
हाजीगंज का विष्णु हैरिटेज सील, 92 का लिया सैंपल
हाजीगंज स्थित विष्णु हैरिटेज में रहने वाले एक व्यवसायी के कोरोना संक्रमित होने के बाद शुक्रवार को अपार्टमेंट सील कर दिया गया। यहां रहने वाले 92 लोगों का सैंपल कोरोना जांच के लिए लिया गया। अनुमंडलाधिकारी राजेश रोशन ने बताया कि मेन गेट को बांस-बल्ला लगाकर बंद कर दिया गया है। पटना सिटी में लगातार संक्रमित मिलने से कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर नौ हो गयी है। शनिवार को मीनाबाजार, सदर गली, लाल इमली समेत छह नये इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। इधर, निगम द्वारा अपार्टमेंट सैनिटाइज नहीं किए जाने पर लोगों में आक्रोश है।