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रालोसपा नेता मनोज महतो हत्याकांड के चश्मदीद की गोली मारकर हत्या

रालोसपा नेता मनोज महतो की हत्या के चश्मदीद गवाह अरुण कुमार उर्फ टेनी (45) की सोशवार शाम खगौल में हत्या कर दी गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 Oct 2018 09:52 PM (IST)Updated: Mon, 29 Oct 2018 09:52 PM (IST)
रालोसपा नेता मनोज महतो हत्याकांड के चश्मदीद की गोली मारकर हत्या
रालोसपा नेता मनोज महतो हत्याकांड के चश्मदीद की गोली मारकर हत्या

पटना (खगौल) : रालोसपा नेता मनोज महतो की हत्या के चश्मदीद गवाह अरुण कुमार उर्फ टेनी (45) की सोमवार शाम अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना खगौल थाना क्षेत्र के गड़िखाना शिवमंदिर के पास मुख्य सड़क पर हुई। सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और गश्ती जीप से लहूलुहान हालत में टेनी को दानापुर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष संजय कुमार पांडेय ने बताया कि अरुण दल्लुचक चरघरवा मोहल्ले का रहने वाला था। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। हत्या के कारणों और हत्यारों की तलाश में छापेमारी चल रही है।

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बताते चलें कि 9 अप्रैल को खगौल थाना क्षेत्र में रालोसपा नेता मनोज महतो की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अपराधियों ने उनकी स्कॉर्पियो पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। उसमें उनके साथ रहा अरुण उर्फ टेनी गंभीर रूप से घायल हो गया था। लंबे समय तक सगुना मोड़ के निजी अस्पताल में इलाज चलने के बाद वह स्वस्थ हुआ और मनोज के घर-परिवार की सेवा करने लगा। वह मनोज का मुंशी था। इस हत्याकांड में पांच अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई थी। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने भूमि विवाद के कारण मनोज की हत्या करने की बात स्वीकार की थी। अरुण इस हत्याकांड का इकलौता चश्मदीद गवाह था। बुधवार की शाम वह किसी काम से मनोज के वंदना पैलेस मकान से निकला ही था कि पहले से घात लगाए बैठे अपराधियों ने उसके सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा और मौके पर उसकी मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते, हत्यारे फरार हो गए।

:18 साल पहले छोड़ गई पत्नी :

अरुण की पत्नी उसे 18 साल पहले ही छोड़कर चली गई थी। उसकी पत्नी ने दूसरी शादी कर ली। तब से वह मनोज के घर पर ही रहता था। उसके काम और लगन को देखकर मनोज ने उसे अपना मुंशी बना लिया था। वह उनके सभी राज जानता था और हमेशा उनके साथ ही रहता था। मनोज की हत्या के दौरान उसने बदमाशों की पहचान कर ली थी। हत्याकांड की गवाही शुरु होती कि उससे पहले ही अरुण को मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं, पुलिस अरुण के निजी संबंध और रंजिश के बारे में भी पता लगा रही है।


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