बेल रद होने के पहले शहाबुद्दीन ने कहा था- मैं किसी से डरता नहीं
सिवान के बाहुबली राजद नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की जमानत पर आज सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना दिया। इसके पहले शहाबुद्दीन ने कहा था कि वे डरते नहीं, जो भी फैसला होगा शिरोधार्य होगा।
पटना [वेब डेस्क]। राजद के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की जमानत अर्जी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाओ दिया है। उन्हें फिर जेल जाना होगा। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को बेल रद किए जाने के पहले जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा था कि ''फैसला जो भी आए, वे डरते नहीं।''
करीब 11 साल जेल में बिताने केे बाद जमानत पर रिहा हुए शहाबुद्दीन सिवान के अपने पैतृक गांव प्रतापपुर में थे। कोर्ट का फैसला आने से पहले शहाबुद्दीन ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए मेरे लिए मान्य होगा। मैंने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि मुझे बिहार बदर कर दे, लेकिन बेल रद ना करें।
शहाबुद्दीन ने कहा कि उन्होंने अपनी बात कोर्ट तक पहुंचा दी है अब कानून को फैसला सुनाने दीजिए। मैंने जेल में रहते हुए पहले भी सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी कि मेरा ट्रायल बिहार से बाहर कराया जाए, लेकिन उस वक्त भी बिहार सरकार ने ध्यान नहीं दिया था। ये मेरी तब भी मांग थी जब सुशील मोदी जी उपमुख्यमंत्री थे आज वो जो चिल्ला रहे कि ट्रायल बिहार से बाहर कराया जाए। तब कहां थे?
शहाबुद्दीन ने कहा कि 20 साल के राजनीतिक जीवन में राजनीति को नहीं समझ पाया कि इस खेल में कौन कब क्या बोलेगा? कौन कब क्या करेगा? राजनीति मेरी समझ से बाहर है।
जब उनसे यह पूछा गया कि रात में ठीक से नींद आई कि नहीं, उन्होंने कहा कि मैं घबराने वाला व्यक्ति नहीं हूं। जो भी फैसला होगा शिरोधार्य होगा।