भाजपा सांसद पर पूर्व मंत्री ने लगाये आरोप, कहा- करा सकते हैं हत्या
बिहार के एक पूर्व मंत्री ने सांसद पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे मेरी हत्या करवा सकते हैं। पहले भी जिले में दो लोगों की राजनीतिक हत्या हो चुकी है।
औरंगाबाद [जेएनएन]। बिहार के औरंगाबाद जिले में देव छठ मेला उद्घाटन के बाद से सांसद सुशील कुमार सिंह एवं पूर्व मंत्री रामाधार सिंह के बीच ठन गई है। पूर्व मंत्री ने सांसद के खिलाफ गंभीर आरोप लगाये। कहा कि सांसद मेरी हत्या करा सकते हैं। इससे पहले भी जिले में दो लोगों की राजनीतिक हत्या हो चुकी है। हत्या कराने के लिए झारखंड के धनबाद से गुर्गों को बुलाया है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि भगवान सूर्य की कृपा मेरी ऊपर बनी हुई है जिस कारण मैं बच रहा हूं। सभी जानते हैं कि इसके पहले भवानीपुर के रामगोविंद सिंह उर्फ गांधी एवं देवकली के सत्येंद्र सिंह की हत्या हो चुकी है। उन्होंने एसपी से सांसद के घर को जांच करने की मांग की।
रामाधार सिंह ने कहा कि जिस दिन छापेमारी होगी भारी मात्रा में हथियार मिलेगा। यहां से दो एके-47 हथियार सप्लाई की गई है। औरंगाबाद में नक्सलवाद को जन्म किसने दिया यह सभी जानते हैं। कहा कि मैं किसी से डरता नहीं हूं परंतु जो बाते हैं उसे मैं सार्वजनिक कर रहा हूं ताकि अगर मेरे साथ कोई अनहोनी हो तो लोगों को समझने में देर न लगे।
उधर पूर्व मंत्री रामाधार सिंह के बयान पर सांसद सुशील कुमार सिंह ने कहा कि वे मानसिक दिवालियापन के शिकार हो गए है। विधानसभा में जनता ने भारी मतों से पराजित कर राजनीति से बाहर कर दिया है। वे अनर्गल बयान देकर सुर्खियों में रहना चाहते हैं। जनता को गुमराह कर रहे है। मैं ऐसी ओछी एवं तथ्यहीन बातों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करना उचित नहीं समझता। जिले की जनता मेरे चरित्र को जानती है। मेरा आचरण किसी से छुपा नहीं है।
बता दें कि देव मेला उद्घाटन के दौरान सांसद एवं पूर्व मंत्री के समर्थक भीड़ गए थे। हुआ यह था कि सांसद के बोलने के बाद पूर्व मंत्री को भाषण देने का मौका दिया गया था जिस कारण प्रोटोकॉल का मामला उठा सांसद के समर्थकों ने हंगामा किया था। पूर्व मंत्र बगैर भाषण दिए बैठ गए थे।
तब मंच पर राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल एवं जिले के प्रभारी मंत्री ब्रजकिशोर बिंद उपस्थित थे। पूर्व मंत्री जब बोलने उठे थे तो सांसद मंच से नीचे आ गए थे। यह भी जानना जरूरी है कि दोनों में पहले से ही राजनीतिक अदावत चल रही है। दोनों एक ही पार्टी में हैं परंतु एक-दूसरे के धूर विरोधी माने जाते हैं।