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विकास के मुद्दे पर मेयर और स्थायी समिति सदस्य एक सुर

पटना । सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों को लेकर मेयर व डिप्टी मेयर के बीच चल रही जुबानी जंग मे

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Jun 2017 03:05 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jun 2017 03:05 AM (IST)
विकास के मुद्दे पर मेयर और स्थायी समिति सदस्य एक सुर
विकास के मुद्दे पर मेयर और स्थायी समिति सदस्य एक सुर

पटना । सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों को लेकर मेयर और डिप्टी मेयर के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच मेयर सीता साहू गुरुवार को निगम कार्यालय पहुंचीं। कार्यालय में मेयर सीता साहू और डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू ने अकेले में गुफ्तगू की। बैठक के बाद दोनों ने राजधानी के विकास को लेकर एक साथ होने की बात कही। डिप्टी मेयर ने कहा कि राजधानी के विकास को लेकर सभी पार्षद प्रतिबद्ध हैं और एक साथ रहेंगे।

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इससे पूर्व स्थायी समिति के सभी नामित सदस्यों ने गुरुवार को मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में बैठक की। इसमें राजधानी के विकास पर चर्चा हुई। सभी सदस्य एक-दूसरे से परिचित हुए। राजधानी व निगम के विकास के लिए मेयर के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बात कही। मेयर सीता साहू ने कहा कि राजधानी को देश के बेहतर शहरों में शुमार करने के लिए निगम के स्तर से प्रयास किया जाएगा। इसमें किसी राजनीतिक दल आदि को नहीं, बल्कि राजधानी के सभी 74 पार्षदों के साथ-साथ आम नागरिकों को भी एकता के सूत्र में बांधा जाएगा। सभी राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए एक मंच पर आकर इसमें गुणात्मक विकास करेंगे।

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शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे पप्पू :

डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू ने कहा कि राजधानी के विकास के मुद्दे पर हर कदम मेयर के साथ खड़े रहेंगे, लेकिन स्टैंडिंग कमेटी के नामित सदस्यों के बदलाव पर विचार नहीं किए जाने कारण शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहेंगे। शपथ ग्रहण समारोह से पूर्व बैठक को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि नामित स्थायी समिति के सदस्य चर्चा में तो शामिल हो सकते हैं, लेकिन किसी निर्णय लेने में उनकी कोई भूमिका नहीं होती।

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काम देखे बिना बयानबाजी सही नहीं :

वार्ड 44 पार्षद माला सिन्हा ने सशक्त स्थायी समिति सदस्य को लेकर उठे सवालों पर कहा कि किसी पार्षद को जात-पात और राजनीतिक दल को लेकर नहीं देखा जाना चाहिए। सभी पार्षदों का चयन जनता ने किया है। ऐसे में उनके कार्यो को देखना चाहिए। इसके बाद कहना चाहिए कि कौन सदस्य सशक्त स्थायी समिति के लिए योग्य या अयोग्य है।

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